भागलपुर: अजगैबीनाथ धाम में श्रावणी मेले का भव्य उद्घाटन, दो महीने तक चलने वाले मेले में उत्सव का माहौल…

Rakesh Gupta
- Sponsored Ads-

 

 

भागलपुर, बिहार न्यूज लाईव। भागलपुर जिले के उत्तरवाहिनी गंगा तट पर स्थित सुल्तानगंज अजगैबीनाथ धाम में ऐतिहासिक श्रावणी मेला और कावड़ यात्रा की मंगलवार को हर्षोल्लास के साथ विधिवत शुरुआत हो गई। दो महीने तक चलने वाले श्रावणी मेले का भव्य उद्घाटन अजगैबीनाथ धाम सीढ़ी घाट पर हुआ, जहां कई मंत्रियों और गणमान्य लोगों ने पवित्र मंत्रोच्चार के बीच दीप जलाकर किया ।

 

उद्घाटन समारोह में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री आलोक कुमार मेहता के साथ-साथ कृषि मंत्री और भागलपुर जिले के प्रभारी मंत्री कुमार सर्वजीत की उपस्थिति रही। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में बांका सांसद गिरधारी यादव भी शामिल हुए। जिसके बाद श्रावणी मेले पर आधारित एक चित्र पुस्तक का अनावरण किया गया।उद्घाटन कार्यक्रम में राज्य के कई मंत्रियों और विधायकों की भागीदारी देखी गई।

- Sponsored Ads-

 

उल्लेखनीय उपस्थित लोगों में एमएलसी विजय कुमार सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष अनंत कुमार, तारापुर विधायक राजीव कुमार, पीरपैंती विधायक ललन पासवान, के अलावा प्रमंडलीय आयुक्त, जिला पदाधिकारी , एसएसपी, डीडीसी, एसडीएम और कई अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे । इस दौरान श्रावणी मेले के महत्व और उसके सांस्कृतिक महत्व पर जोर दिया।जिला प्रशासन ने श्रावणी मेले में आने वाले कांवरियों (श्रद्धालुओं) की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं।

 

अजगैबीनाथ घाट से कई किलोमीटर तक बिछाए गए कालीन, शौचालय, बिजली, पीने का पानी, स्वास्थ्य, आवास और सुरक्षा व्यवस्था जैसी बुनियादी सुविधाएं सावधानीपूर्वक की गई हैं। सुल्तानगंज और देवघर के बीच भगवा सजावट से सजी सड़कें आध्यात्मिकता की आभा बिखेरती हैं, और “बोल बम” के मंत्रों से गूंजती है।इस वर्ष मलमास के कारण श्रावणी मेले को दो महीने तक बढ़ा दिया गया है, जिससे भक्तों को धार्मिक उत्सवों में भाग लेने के लिए पर्याप्त समय मिल सके। उम्मीद है कि इस शुभ अवधि के दौरान बड़ी संख्या में भक्त सुल्तानगंज अजगैबीनाथ धाम में दर्शन और पूजा-अर्चना करने के लिए जुटेंगे।

 

जैसे ही श्रावणी मेला पूरे शबाब पर शुरू होता है, माहौल भक्ति और उत्साह से भर जाता है। उद्घाटन समारोह एक जीवंत और आध्यात्मिक रूप से उत्थानकारी उत्सव का माहौल तैयार करता है जो बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है और इस खुशी के अवसर में भाग लेने के लिए निकट और दूर-दूर से अनगिनत भक्तों को आकर्षित करता है।

 

 

- Sponsored Ads-

Share This Article