डॉ० संजय ( हाजीपुर) – वर्षों की प्रतीक्षा के बाद गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को जिला प्रशासन के द्वारा समाहरणालय सभागार में आयोजित काव्य-गोष्ठी में कवियों की रचनाओं पर खूब वाहवाही हुई और तालियाँ बजी। काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता जिलाधिकारी,यशपाल मीणा ने की तथा संचालन युवा साहित्यकार, डॉ० संजय ‘विजित्वर’ ने किया। जिलाधिकारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर काव्य- गोष्ठी का विधिवत उद्घाटन किया और अपने संबोधन के क्रम में कहा कि साहित्य का महत्व बहुत है।
कविता से अच्छी शिक्षा और श्रेष्ठ आदर्श मिलते हैं। कविता के जरिये जीवन का सत्य और तरह-तरह के अनुभव को व्यक्त किया जा सकता है। काव्य-गोष्ठी में जिन कवियों ने काव्य पाठ किया उनमें- आशुतोष सिंह, सीताराम सिंह,शंभु शरण मिश्र, डॉ० शिव बालक राय प्रभाकर, मणि भूषण प्रसाद सिंह ‘अकेला’, प्रो० छोटे लाल गुप्ता, प्रवीण सागर, हरि विलास राय, डॉ० संजय ‘विजित्वर’, के साथ-साथ कौशर परवेज खान,जिला आपूर्ति पदाधिकारी, अनु कुमारी, जिला जन संपर्क पदाधिकारी, नीरज, तथा डीआरडीए के निदेशक,अजीत कुमार ने भी अपनी कविता सुनाई।
कविता की शुरुआत वरिष्ठ कवि आशुतोष सिंह की गेय कविता -मुकुट सदृश यह हिन्दुस्तान हमारा से हुई। इसके बाद वरिष्ठ कवि सीताराम सिंह ने – गीत जले न जले — सुनाई।डॉ० शिव बालक राय प्रभाकर ने -26 जनवरी गणतंत्र दिवस उल्लास से मनाना—।प्रवीण सागर ने – भारतमाता के हम हैं सच्चे सेनानी–। मणिभूषण प्रसाद सिंह ‘अकेला’ की बज्जिका रचना – लगा दऽ एगो गाछ — । प्रो० छोटेलाल गुप्ता ने — हिन्दी साहित्य का पुजारी हूँ–।
हरि विलास राय ने गेय रचना-पावन पर्व गणतंत्र महान –। शंभु शरण मिश्र ने-दे रही आवाज तुझको –। इस क्रम में जिला आपूर्ति पदाधिकारी, अनु कुमारी ने स्त्री पर केन्द्रित रचना-तू चल अपनी चाल कि नदी भी बहने लगे –। इसके बाद काव्य- गोष्ठी का संचालन कर रहे डॉ० संजय ‘विजित्वर’ ने राष्ट्र-प्रेम की गेय रचना— किसी ने तो चाहा हमें तोड़ना– । कौशर परवेज खान परिवार पर बज्जिका रचना सुनाई। निदेशक, डीआरडीए,अजीत कुमार ने कविता की आवृत्ति पाठ किया और जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने आत्मिक प्रेम पर स्वेटर पर केन्द्रित कविता –सुनाई । सभी कविताओं पर उपस्थित सुधी श्रोताओं ने खूब वाहवाही की और तालियाँ बजाकर कवियों को प्रोत्साहित किया।इस अवसर पर अपर समाहर्ता, विनोद कुमार सिंह ने काव्य पाठ करनेवाले सभी कवियों को शाॅल देकर सम्मानित किया। जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, नीरज ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस काव्य-गोष्ठी में अपर समाहर्ता( आपदा), अरुण कुमार सिंह, उप विकास आयुक्त, कुंदन कुमार, एनडीसी, स्वतंत्र सुमन, निदेशक, डीआरडीए, अजीत कुमार, कला-संस्कृति पदाधिकारी, शालिनी शर्मा, कल्याण अधिकारी, पंकज कुमार, नगर कार्यपालक पदाधिकारी, सुशील कुमार सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे। काव्य-गोष्ठी देर शाम तक चली।