(हरिप्रसाद शर्मा) पुष्कर/ अजमेर/ अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर की सतरंगी होली महोत्सव के दो दिवसीय कार्यक्रम का गुरूवार की सायंकाल शुरू हुआ। पुष्कर के मेला मैदान में पद्मश्री पुरस्कार गुलाबों सपेरा सहित राजस्थानी लोक कलाकार ने होली के रंग बरसाएं। दर्शकों ने होली महोत्सव का लुत्फ़ उठाया ।कार्यक्रम को हज़ारों दर्शकों ने देखा । कार्यक्रम में भारत के सभी राज्यों के अलावा विदेशी पर्यटकों की भीड़ हज़ारों की संख्या में थी।मेला मैदान में चारों तरफ़ व्यवस्था हेतु पुलिस ज़ाब्ता तैनात था ।* नगर के हर मोहल्ले में होली का दहन * तीर्थराज पुष्कर में होली दहन बहुत ही उत्साह से किया गया । होली दहन में इस बार युवाओं में ज़्यादा उत्साह देख गया । पाराशर समाज के सातों मोहल्लों में विधिवत शुभ मुहूर्त होली दहन की गई । वराह घाट पर ला बेला मंडल द्वारा होली का आयोजन कि गया । माधवनगर आईडीएसएमटी कालोनी में भी दो जगह होली का दहन किया गया । विद्वान पंडितों के अनुसार होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात्रि को 11.30 बजे से 12.33 बजे तक था ।

इस दौरान नगर में जगह जगह होलिका दहन का कार्यक्रम आयोजित किया गया।होलिका दहन के दौरान भारी भीड़ देखने को मिली।*धार्मिक नगरी पुष्कर होली में बेहद खास हर साल होली का त्योहार बेहद खास अंदाज में मनाया जाता है। इस बार भी पुष्कर की होली को देखने और खेलने के लिए देश-विदेश से हजारों पर्यटक पहुंचे। गुलाल, संगीत और ढोल की थाप पर झूमते सैलानियों ने इस ऐतिहासिक पर्व को उत्साह के साथ मनाया। पुष्कर की होली अपनी रंगीन और जीवंत परंपराओं के कारण दुनियाभर में मशहूर हो चुकी है और यही कारण है कि विदेशी सैलानी भी इसे देखने और अनुभव करने के लिए यहां विशेष रूप से आते हैं।*वराह चौक पर रंगों की धूमहर साल की तरह इस बार भी पुष्कर के वराह चौक पर “ला बेला होली यूथ मंडल” द्वारा भव्य आयोजन किया गया। चौक पर हजारों की संख्या में एकत्रित देसी-विदेशी पर्यटकों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली खेली। इस दौरान ढोल-नगाड़ों की गूंज और रंगों की बौछार के बीच सभी ने मिलकर नाच-गाने का भरपूर आनंद उठाया।
सफेद कपड़ों में रंगों से सराबोर विदेशी सैलानियों का उत्साह देखते ही बनता था। अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, इटली, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों से आए पर्यटकों ने विशेष रूप से पुष्कर की होली का अनुभव करने के लिए भारत आए हैं। उनका कहना था कि उन्होंने विभिन्न देशों में होली के बारे में सुना था, लेकिन भारतीय संस्कृति और खासतौर पर पुष्कर की होली का अनुभव अद्भुत और अविस्मरणीय है।*मेला मैदान में डीजे की धुन पर पानी की बरसातवराह चौक के अलावा, पुष्कर के मेला मैदान में भी भव्य होली उत्सव का आयोजन किया गया। यहां डीजे की धुनों पर हजारों लोगों ने झूमकर होली खेली। स्थानीय लोगों के साथ विदेशी सैलानी भी होली के रंगों में सराबोर होकर नाचते-गाते नजर आए। पुष्कर की सड़कों पर चारों ओर पानी, रंगों की बौछार, गुलाल से भरी हुई हवाएं और ढोल-नगाड़ों की थाप हर किसी को मंत्रमुग्ध कर रही थी। इस आयोजन में राजस्थान सरकार के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत भी शामिल हुए।
उन्होंने लोगों के साथ होली खेली और सभी को शुभकामनाएं दीं। मंत्री ने कहा कि पुष्कर की होली न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश और दुनिया में प्रसिद्ध हो चुकी है। इसे देखने के लिए हर साल हजारों पर्यटक आते हैं, जिससे स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है।*विदेशी सैलानियों का उत्साहविदेशी सैलानियों ने इस रंगीन और पारंपरिक उत्सव का भरपूर आनंद उठाया। कई विदेशी पर्यटकों ने कहा कि वे पहले भी भारत आ चुके हैं, लेकिन पुष्कर की होली का अनुभव अनूठा है। यहां की ऊर्जा, संगीत और रंगों की बौछार उन्हें दुनिया के किसी भी अन्य उत्सव से अलग लगती है। पर्यटक भारत में होली का अनुभव करना उनके जीवन की सबसे यादगार घटनाओं में से एक है। उन्होंने कहा है,”हमने सुना था कि पुष्कर की होली सबसे खास होती है, और आज यहां आकर यह सच साबित हुआ। यहां के लोग बहुत मिलनसार हैं और हमें पूरी तरह से अपनापन महसूस हुआ।” इसी तरह ऑस्ट्रेलिया से आए जैक ने कहा कि उन्होंने पहली बार भारतीय ढोल की धुन पर डांस किया और यह अनुभव उनके लिए बेहद रोमांचक रहा।*व्यापारियों में उत्साहपुष्कर की होली के कारण न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिला बल्कि स्थानीय व्यापारियों को भी अच्छा लाभ हुआ। होटल, गेस्ट हाउस, कैफे और स्थानीय बाजारों में भारी भीड़ देखी गई। विदेशी पर्यटकों ने यहां की पारंपरिक चीजें जैसे राजस्थानी पगड़ी, कुर्ते, जूतियां और हस्तशिल्प की खरीदारी भी की।* मेला मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम जिलां पर्यटन अधिकारी ने सतरंगी होली महोत्सव के उपलक्ष्य में राजस्थान पर्यटन विभाग की ओर से मेला मैदान में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ पुष्कर के नगाड़ा वादक नरेंद्र सोलंकी व उनकी टीम के शंख व नगाड़ा वादन के साथ हुआ। इसी प्रकार विश्व प्रसिद्ध गुलाबो सपेरा अपने साथी कलाकारों के साथ कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति दी । कार्यक्रम बहुत सुन्दर रहा ।*पुष्कर में रहा वन वे यातायात व्यवस्था अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर की सतरंगी होली महोत्सव धुलेंडी कार्यक्रम पर शुक्रवार को पुष्कर आने ओर जाने के लिए पुलिस ने यातायात व्यवस्था का रूट चार्ट जारी किया है।यातायात पुलिस उप अधीक्षक आयुष वशिष्ठ ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि पुष्कर में धूलण्डी के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। पुष्कर में विदेशी सैलानियों द्वारा भी होली का पर्व मनाया जाता है। धूलण्डी के अवसर पर पुष्कर में होली खेलने के लिए अन्य जिलों,राज्यों से भी काफी संख्या में लोग आते है, जिससे अत्यधिक वाहनों का आवागमन होता है । पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के निर्देशानुसार पुष्कर में धूलण्डी पर्व 14 मार्च को सुबह 7 बजे से यातायात व्यवस्था सुचारू रूप चलाने के लिए वन–वे यातायात व्यवस्था रही हैं ।