(हरिप्रसाद शर्मा ) जयपुर :केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को कैसल कनोटा में आयोजित इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए) के 12वें वार्षिक सम्मेलन और 24वीं आम बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हेरिटेज होटल्स केवल व्यवसाय का साधन नहीं, बल्कि अतीत और वर्तमान के बीच जोड़ने वाला महत्वपूर्ण सेतु हैं। ये होटल्स न सिर्फ सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण करते हैं बल्कि कारीगरों को सम्मान और स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराते हैं।
शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार पर्यटन और हेरिटेज संरक्षण को नई दिशा दे रही है। उन्होंने सुझाव दिया कि राजस्थान को ग्लोबल रोमांटिक हेरिटेज डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करने का यह सही समय है। इसके लिए जयपुर, शेखावाटी, उदयपुर, जोधपुर सहित आईएचएचए की 12 चुनिंदा प्रॉपर्टीज को जोड़कर ‘रोमांटिक हेरिटेज सर्किट’ बनाया जा सकता है, जो वेडिंग्स, फिल्म शूट्स, कॉन्फ्रेंस (MICE) और अनुभवात्मक पर्यटन (Experiential Tourism) के लिए आकर्षण का केंद्र बने।
उन्होंने हेरिटेज होटल मॉडर्नाइजेशन फंड (HHMF) बनाने का सुझाव दिया, जिससे कंजर्वेशन, फायर सेफ्टी और एनर्जी अपग्रेड जैसी जरूरतों को पूरा किया जा सके। साथ ही मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म की मदद से ‘रोमांटिक हेरिटेज सर्टिफिकेशन’ शुरू करने की बात कही, जिससे होटल्स की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रामाणिकता और आकर्षण बढ़ सके।
वेडिंग टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने टूलकिट तैयार करने पर जोर दिया। शेखावत ने कहा कि हेरिटेज होटलों को स्किल एवं क्राफ्ट हब्स के रूप में विकसित किया जा सकता है, जिससे युवाओं को रोजगार और सांस्कृतिक पहचान को मजबूती मिलेगी। उन्होंने आईएचएचए सदस्यों से अपील की कि सभी होटल्स की मंजूरी और रिन्युअल्स समय पर कराएं, ताकि वैश्विक स्तर पर उनकी विजिबिलिटी और अधिक मजबूत हो सके।