मृगांक शेखर सिंह/ जमुई:दिव्यांगजनों के जीवन की दशा और दिशा सुधारने के लिए भारत सरकार द्वारा चलायी जा रही यूडीआईडी परियोजना का सीधा लाभ अब दिव्यांगता से ग्रस्त व्यक्तियों को प्राप्त होने लगा है। उक्त बातें जमुई के जिलाधिकारी नवीन ने बताते हुए कहा कि यूडीआईडी कार्ड यानि यूनिक डिसेबिलिटी आइडेंटिटी कार्ड, दिव्यांग व्यक्तियों को प्रदान किया जाने वाला मानक दिव्यांगता पहचान पत्र है, जो एसे व्यक्तियां को विशिष्ट पहचान प्रदान करता है, साथ ही यह कार्ड पूरे देश में मानक एव विशिष्ट पहचान पत्र के रूप मे मान्य है।
इस पहचान पत्र के बन जाने से वैसे दिव्यांगजन जिनकी मानक दिव्यांगता 40 प्रतिशत या उससे अधिक है को कई प्रकार की केन्द्र अथवा राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओ का लाभ मिलना आसानी से सुलभ हो जाता है। जिलाधिकारी ने दिव्यांगजनों के लिए यूडीआईडी कार्ड के फायदो को गिनाते हुए कहा कि 40 प्रतिशत अथवा उससे अधिक मानक दिव्यांगता वाले दिव्यांगजनों को उनकी अर्हता अनुसार शिक्षा एवं रोजगार के उद्देश्य से समाज कल्याण विभाग, बिहार सरकार द्वारा नियमानुसार आवेदन करने के पश्चात निःशुल्क बैट्री चालित साइकिल, हस्तचालत साइकिल, कान की मशीन, व्हीलचेयर व अन्य कृत्रिम एवं सहायक उपकरण, सरकारी नौकरियों एवं पदोन्नति मे 4 प्रतिशत आरक्षण, दिव्यांगता पेन्शन, मेधा छात्रवृत्ति, वैधानिक अभिभावक की मान्यता, रेलवे रियायत जैसे लाभ दिये जा रहे है।
वहीं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा ऐसे सुपात्र मानक दिव्यांगता प्रतिशत वाले दिव्यांगजनों के लिए क्षेत्रीय संस्थानों के माध्यम से एडिप योजना के तहत समय-समय पर चिन्हांकन सह परीक्षण शिविर का आयोजन कराते हुए मौके पर ही उन्हें देय कृत्रिम अंग व उपकरण यथा कृत्रिम हाथ व पैर उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
जिलाधिकारी ने जिले के सभी सुपात्र दिव्यांगजनों से अपील की है कि अधिकाधिक संख्या में दिव्यांगता कार्ड बनवाने हेतु स्वयं अथवा ग्राहक सुविधा केन्द्र (सीएससी) के माध्यम से स्वालंबन पोर्टल (यूडीआईडी पोर्टल) पर अपना निबंधन करवा सकते हैं एवं निबंधन के उपरान्त सदर अस्पताल एवं प्रखंडों में लगने वाले विशेष दिव्यांगता शिविर हेतु निर्धारित तिथि को मेडिकल बोर्ड के समक्ष उपस्थित होकर दिव्यांगता कार्ड बनवा सकते हैं। दिव्यांगजनों के लिए दिव्यांगता कार्ड अथवा अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ लेने हेतु सारी प्रक्रियाएँ ऑनलाईन उपलब्ध है, जिसे कोई भी दिव्यांग व्यक्ति संबंधित वेबसाईट पर विजिट कर देख सकते हैं। इस हेतु सुगम्य एप भी दिव्यांगजनों के लिए काफी उपयोगी है जहाँ समेकित विषय वस्तुत, एक प्लेटफार्म पर सुलभता से उपलब्ध है।