भागलपुर में जदयू को लगा तगड़ा झटका :प्रदेश सलाहकार समिति सदस्य शिशुपाल भारती ने जदयू से दिया इस्तीफा ,
नाथनगर से राजद उम्मीदवार जेड हसन के लिए शिशुपाल भारती तुरुप का पत्ता हो सकते है साबित
भागलपुर :बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhansabha Election 2025) की गहमागहमी के बीच भागलपुर में जदयू को तगड़ा झटका लगा है। उनके पुराने समर्पित सहयोगी ने पार्टी के सभी पद से इस्तीफा दे दिया है। बिहार प्रदेश सलाहकार समिति सदस्य शिशुपाल भारती ने जदयू से इस्तीफा दे दिया है। बिहार के तेज तर्रार प्रशासनिक अधिकारियों में गिने जाने वाले शेख जियाउल हसन को राजद ने नाथनगर से अपना उम्मीदवार बनाया है। उनको समर्थन में वे अब खुल कर आ गये है।शिशुपाल भारती का नाथनगर विधानसभा क्षेत्र में सभी वर्गो में दबदबा है।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर इस्तीफा लिखते हुआ कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में मुझे जनता दल (यूनाइटेड) में एक कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ है। इसके लिए मैं सदैव आभारी रहूंगा। पार्टी के सिद्धांतों और संगठन की नीतियों पर कार्य करते हुए मैंने पूरी निष्ठा से अपनी भूमिका निभाई।वर्तमान परिस्थितियों और व्यक्तिगत कारणों से मैं जदयू की सलाहकार समिति से अपना इस्तीफा सौंप रहा हूं। मेरा यह निर्णय पूरी तरह से व्यक्तिगत है और इसमें किसी प्रकार की असंतुष्टि या शिकायत का भाव नहीं है।मैं पार्टी नेतृत्व के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने मुझे सेवा का अवसर प्रदान किया। भविष्य में भी मैं समाजहित और जनसेवा के कार्यों में अपनी भूमिका निभाता रहूंगा। उन्होंने जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजय झा ,प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुशवाहा को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
शिशुपाल भारती ने नाथनगर से राजद उम्मीदवार जेड हसन का किया समर्थन
शिशुपाल भारती ने नाथनगर से राजद उम्मीदवार जेड हसन का समर्थन करते हुआ कहा कि जेड हसन साहब कड़क आफिसर के रूप में चर्चित थे। अपने काम से लोगों का प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि बिहार से सभी अधिकारी को इनसे सीख लेते हुए अपने कर्तव्य का निर्वहन सही ढंग से करना चाहिए। अधिकारी को जनसेवा की भाव से काम करना चाहिए। अधिकारी लोगों की उम्मीद है। हर आदमी अधिकारी से न्याय पाने की उम्मीद रखता है। इसलिए अधिकारी को चाहिए कि वह लोगों के हित में काम करें। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि नाथनगर कि जनता आज यूं ही उन्हें पसंद नहीं करते हैं। वह दिन हो या रात लोगों का फोन रिसीव करते है । लोगों की समस्या को सुनने के बाद त्वरित निष्पादन करते है । जब वे अधिकारी थे तो बाढ के समय एक महीने तक में गमछा पहनकर लोगों के घर घर जाकर राहत पहुंचाने का काम किया था । जब कोई गरीब व्यक्ति उनके कार्यालय पहुंचते थे तो पहले उनकी बातों को सुना करते थे। आज अब नाथनगर की जनता की उम्मीद बनकर आए है। एसजेड हसन को बेहतर एसडीएम थे। अब जनता का बेहतर सेवक बनकर दिखाएंगे ।