बिहार न्यूज़ लाईव अररिया डेस्क: वरीय संवाददाता अंकित सिंह /अररिया। जिले के भरगामा प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में कथित रूप से विभागीय अधिकारी,कर्मी एवं बिचौलिए की मिलीभगत से प्रधानमंत्री आवास योजना में व्यापक पैमाने पर लुट-खसौट जारी है। बताते चलें कि भरगामा प्रखंड स्थित पैकपार पंचायत के वार्ड 14 निवासी सुधीर कुमार सिंह के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि विभागीय अधिकारी एवं कर्मी के मिलीभगत से बिचौलिए के खाता में ट्रांसफर किया गया है। गबन के मामले को लेकर लाभुक सुधीर कुमार सिंह जिला पदाधिकारी अररिया,प्रखंड विकास पदाधिकारी भरगामा को कई बार आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
लेकिन सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना का तीन किस्त अधिकारी,कर्मी एवं बिचौलिया मोहम्मद रऊफ के मिलीभगत से अन्य लाभुक के खाता में राशि ट्रांसफर कर बंदरबांट किया गया है। सुधीर कुमार सिंह का ये भी कहना है कि आवास की राशि गबन किये जाने के मामला को लेकर तीन नवंबर 2022 को भरगामा के तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी ममता कुमारी को आवेदन दिया था। मगर प्रखंड विकास पदाधिकारी ममता कुमारी टाल-मटोल करता रही। जिसके बाद आठ दिसम्बर 2022 को गबन के मामले को लेकर जिला पदाधिकारी अररिया को आवेदन दिया। मगर एक वर्ष बीत जाने के बाद भी जांच नहीं किया गया। आपको बता दें कि पीड़ित सुधीर कुमार सिंह विगत एक वर्ष से भरगामा प्रखंड कार्यालय,अररिया जिलाधिकारी कार्यालय का चक्कर लगा रहा है।
मगर एक वर्ष बीत जाने के बाद भी गबन के मामले की तहकिकात नहीं हो सकी है। आखिरकार किस परिस्थिति में सुधीर कुमार सिंह के नाम पर आवास की राशि अन्य बिचौलिए के खाता में ट्रांसफर किया गया।? जबकि नियमानुसार प्रत्येक आवास की राशि का किस्त लाभुक को भुगतान करने से पूर्व आवास सहायक द्वारा स्थल निरिक्षण किया जाता है। स्थल निरीक्षण के बाद जीओ टैग किया जाता है। नियमानुसार सही पाए जाने पर लाभुक को आवास की राशि भुगतान की जाती है। यह तो महज एक बानगी है।
अगर भरगामा प्रखंड के सभी पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना की उच्चस्तरीय जांच की जाय तो विभागीय अधिकारी,कर्मी एवं बिचौलिए की मिलीभगत से व्यापक पैमाने पर लुट-खसौट का मामला उजागर हो सकता है। इस मामले में भरगामा प्रखंड विकास पदाधिकारी शशि भुषण सुमन ने कहा कि आवास की राशि गबन के मामले की अतिशीघ्र जांच की जाएगी। दोषी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।