बिहार न्यूज लाइव मधेपुरा डेस्क: मधेपुरा :मिथिला में आज दिखेगा चौरचन का चांद
जिला संवाददाता रंजीत कुमार
चौरचन मिथिला का एक अनोखा लोक आस्था का पर्व है चतुर्थी तिथि को उदय होने वाले चांद का लोग विधिवत पूजा अर्चना करते हैं। कहते हैं मिथिला में जहां गणेश उत्सव का शुभारंभ चौरचन के चांद को देखकर किया जाता है वहीं इस उत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी व्रत से किया जाता है यह पर्व मिथिला मे यह पर्व हर जाति वर्ग के लोग हरसोउल्लाश उल्लास से मनाते हैं
इस दिन अरिपन से सजता है आंगन चांद की होती है पूजा
इस दिन मिथिलांचल के लोग काफी हरसोलश में दिखाई देते हैं लोग विधि विधान से चंद्रमा की पूजा करते हैं इस दिन घर के महिला पुरुष दिन भर निर्जला व्रत करते हैं शाम को घर के आंगन या छत पर गाय के गोबर या चिकनी मिट्टी से निपकर पिठार से अरिपन किया जाता है
पूरी पकवान फल मिठाई दही इत्यादि को और आरिपन पर
सजाया जाता उसके बाद उदयमान चांद का दर्शन कर भोग लगाया जाता है उसके बाद पकवान का वितरण किया जाता है कहते हैं चौरचन के चांद का दर्शन बहुत ही शुभ माना जाता है इस दिन लोगों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है