रंजीत कुमार/मधेपुरा
मधेपुरा नगर परिषद में सोमवार को कथित घोटालों और अनियमितताओं के खिलाफ वार्ड पार्षदों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया। कला भवन के सामने बुधवार दिन भी उनका अनशन जारी है। पार्षदों की मांग है कि डीएम की गठित जांच कमेटी नगर परिषद के योजनाओं की निष्पक्ष जांच करे और जल्द से जल्द रिपोर्ट जमा करे।
अनशन पर बैठे वार्ड पार्षदों की मांग है कि कार्यपालक पदाधिकारी तान्या कुमारी और कर्मी दीपक कुमार को अविलंब यहां से स्थानांतरित किया जाए। साथ ही उन्होंने नगर विकास सेवा के किसी अधिकारी को कार्यपालक पदाधिकारी बनाने की डिमांड रखी है। पार्षद जयशंकर ने कहा कि विभिन्न बिंदुओं को लेकर हम लोगों ने जांच के लिए जिला पदाधिकारी को आवेदन दिया था। इसके बाद डीएम ने जांच कमेटी का गठन किया था।
जांच कमेटी बनने के कई दिन बाद भी अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। पार्षद प्रतिनिधि सीताराम यादव ने कहा कि शहर की अधिकांश स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी है। इस वजह से गली मोहल्ले में अंधेरा छाया रहता है। आरोप लगाते हुए उन्होंने कि नगर परिषद में विकास कार्य के नाम पर सिर्फ सरकारी राशि की लूट हुई है। हालांकि मंगलवार की शाम डीएम द्वारा जांच कमेटी के सदस्यों को अनशनकारियों से वार्ता करने के लिए भेजा गया लेकिन अनशनकारी अपनी मांग पर डटे रहे और अनशन जारी रखा। वहीं अनशनकारी पार्षदों के समर्थन में कई स्थानीय जन प्रतिनिधि भी अब सामने आने लगे हैं।