: 50-50 किसानों का निबंधन कराए सभी पैक्स
:151 क्रय केंद्रों को मिली है गेहूं क्रय की अनुमति
:6137 एमटी गेहूं जिले भर में किसानों से क्रय करने का लक्ष्य
:41 किसानों से अभी तक हुई है गेहूं की खरीद
बिहार न्यूज़ लाइव मधेपुरा डेस्क जिला संवाददाता रंजीत कुमार
मधेपुरा: जिले में किसानों से गेहूं क्रय करने को सहकारिता विभाग अब तेजी से सक्रिय हुई है। पैक्स अध्यक्ष और व्यापार मंडल को 50-50 किसानों का गेहूं बेचने को लेकर निबंधन कराने का निर्देश जारी किया है। मालूम हो कि जिले भर में किसानों से गेहूं क्रय करने को लेकर 151 क्रय केंद्र खोले गए हैं। क्रय केंद्रों का संचालन व्यापार मंडल के अध्यक्ष और पैक्स अध्यक्षों के द्वारा किया जा रहा है। गेहूं क्रय को लेकर क्रय केंद्र के संचालकों को सहकारिता विभाग के द्वारा सहकारी बैंक से कैश क्रेडिट भी उपलब्ध कराया जा चुका है। लेकिन क्रय केंद्र से अधिक दर बाजार में मिलने की वजह से किसान क्रय केंद्रों की जगह अपना गेहूं बाजार में व्यवसायी के हाथों बेच रहें हैं। यही वजह है कि 15 मार्च से किसानों से शुरू हुई गेहूं खरीद को गति नहीं मिल पा रही है। अभी तक सिर्फ 41 किसानों से मात्र 58.74 एमटी ही गेहूं की खरीद हो सकी है। गेहूं खरीद की धीमी रफ्तार को देखते हुए अब सहकारिता विभाग पूरी तरह से सक्रिय हो चुकी है। विभाग की ओर से सभी क्रय केंद्र के संचालकों को 50 50 किसानों का निबंधन कराने के साथ साथ ही क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने को लेकर जागरूक करने का निर्देश दिया गया है।
: बिचौलिया के हाथों नहीं बेचे गेहूं :
सहकारिता विभाग की ओर से जारी किए गए निर्देश में क्रय केंद्र संचालकों को कहा गया है कि ग्रमिण इलाकों में किसानों को जागरूक करने की जगरूत है। ग्रामिण इलाकों में किसानों अधिक रुपया देने की बात कह कर बिचाैलिया गेहूं का क्रय कर किसानों का भुगतान लंबित रख रहा है। ऐसे में क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने वाले किसानों को 48 घंटे के अंदर उनके खाते में भुगतान हो रहा है। इस वजह से किसानों को जागरूक करने को कहा गया है। सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों से प्रति क्विंटल गेहूं 2275 रुपया की दर से लिया जा रहा है।
: गेहूं बेचने को 323 किसानों ने कराया निबंधन :
क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए 323 किसानों ने अभी तक निबंधन कराया है। सहकारिता विभाग के कहना है कि गेहूं का क्रय रैयत और गैर रैयत दोनों तरह के किसानों से होना है। विभाग के अधिकारी का कहना है कि गेहूं क्रय को लेकर विभागीय स्तर पर पूरी सक्रियता दिखाई जा रही है। क्रय कार्य लारपवाही बरतने वाले पैक्स अध्यक्षों को चिन्हित किया जा रहा है।
गेहूं के क्रय में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने वाले किसानों का भुगतान 48 घंटे के अंदर उनके बैंक खाते में हो रहा है। किसानों को बिचौलिये के हाथों गेहूं बेचने से बचना चाहिए। इसके लिए किसानों को जागरूक किया
जा रहा है।
प्रशांत कुमार
जिला सहकारिता पदाधिकारी
*मधेपुरा*