अंकित सिंह,भरगामा (अररिया):स्कूल में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना शिक्षक का काम है। गुरू का एक अलग रहन-सहन और स्वभाव होता है। इनकी एक गरिमा होती है। बच्चों के बीच एक अलग छवि होती है। अगर यही शिक्षक (गुरूजी) रायफल थामकर पोज दें,तो भला उस स्कूल,वहां पढ़ने वाले बच्चों एवं समाज पर क्या असर पड़ेगा? इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। बदमाश एवं असामाजिक तत्वों की तरह बेवजह एवं अवैध रूप से हथियार थामकर तस्वीरें खिंचवाने की वजह से एक गुरूजी बुरी तरह फंस गये हैं। उनका यह शौक कहें या कुछ और कि वो अपनी फोटो की वजह से एक तरफ जहां पुलिस की नजर में कानूनन दोषी हो गये हैं,तो दूसरी ओर विभाग की नजरों में भी चढ़ गए हैं और समाज के लोगों का इनके प्रति एक अलग नजरिया पैदा हो गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल इस तस्वीर के बारे में बताया जाता है कि ये तस्वीर में दिख रहे शख्स शिक्षक कौशल कुमार हैं। जो अभी अररिया जिले के भरगामा थाना क्षेत्र के प्लस 2 प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय,भरगामा में प्रभारी हेडमास्टर के पद पर पदस्थापित हैं। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त सरकारी मास्टर साहब की सोशल मीडिया पर रायफल के साथ फोटो वायरल होने के बाद पूर्णिया प्रक्षेत्र के डीआइजी प्रमोद कुमार मंडल ने तस्वीर पर स्वतः संज्ञान लेते हुए अररिया एसपी अंजनी कुमार को आवश्यक कानूनी कार्रवाई का निर्देश दिया है।
जबकि इस मामले में मास्टर साहब भी काफी सफाई दे रहे हैं। लेकिन उनका फंसना करीब-करीब तय है,क्योंकि वो ये भी मान रहे हैं कि फोटो सही है। इधर शिक्षक कौशल कुमार की मानें तो हथियार वाली उनकी यह तस्वीर पुरानी है। उन्होंने बताया कि वो सरकारी नौकरी में आने से पहले पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव के पीए रह चुके हैं। उनकी ये तस्वीर उसी वक्त की है,लेकिन किसी ने साजिश के तहत अब उनकी उस तस्वीर को वायरल कर उन्हें फसाने का प्रयास कर रहे हैं। इधर इस संबंध में पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव से बात करने का प्रयास किया गया तो उनके वर्तमान पीए पिंटू कुमार ने बताया कि हम इस वायरल तस्वीर की पुष्टि नहीं करते हैं,लेकिन इस तस्वीर में दिख रहे शख्स को जानते हैं।
इनका क्या मामला है ये तो मंत्री जी हीं बताएंगे। बताया जाता है कि ये वही शिक्षक हैं जिनके खिलाफ प्लस 2 प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय,भरगामा की एक बीपीएससी शिक्षका ने 18 मार्च 2025 को भरगामा थाना सहित डीएम से लिखित शिकायत में उनके ऊपर कई गंभीर आरोप लगाई है। लेकिन फिर भी 10 दिन बीत जाने के बाद भी पीड़िता के आवेदन पर अबतक मामला दर्ज नहीं हो सका है। इस संबंध में थाना प्रभारी राकेश कुमार का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। बिना जाने समझे मामला दर्ज नहीं कर सकते हैं। अब सवाल यह उठता है कि थाना में 10 दिन तक आवेदन पड़ा रहने के बाद भी आखिरकार किस परिस्थिति में मामला दर्ज नहीं हो रहा है।