*मुहर्रम को लेकर पंचायत कार्यालय में बैठक, 13 दिन हाईदौस और मुशायरे सहित होंगे विविध आयोजन*
* चांद दिखने के साथ ही हताई चौक पर मर्सिया ख्वानी शुरू
* परंपरागत तलवारबाजी ‘हाईदौस’ जैसे आयोजन
(हरिप्रसाद शर्मा) अजमेर अजमेर में मोहर्रम शरीफ के अवसर पर दी सोसाइटी पंचायत अन्दरकोटियान, अन्दर कोट की ओर से इस वर्ष भी विभिन्न धार्मिक और परंपरागत कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस संबंध में पंचायत कार्यालय में सदर शामीर खान की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें आगामी चांद दिखाई देने के पश्चात 13 दिन तक चलने वाले मोहर्रम शरीफ के कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई।
पंचायत के सचिव शफीक अहमद और मोहर्रम कन्वीनर अब्दुल शाहिद एडवोकेट ने जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही मोहर्रम का चांद दिखाई देगा, उसी रात से हताई चौक, अन्दर कोट में मर्सिया खानी और शोहदा-ए-करबला का जिक्र शुरू हो जाएगा। मर्सिया ख्वानी का कार्यक्रम मुमताज मोहम्मद उर्फ अय्या भाई पॉटी द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। हताई चौक को विशेष रोशनी से सजाया जाएगा।मोहर्रम की सातवीं तारीख को जोहर की नमाज के बाद हताई चौक से तोप दागने और झांझ के साथ अलम लंगरखाना की ओर रवाना होंगे।
वहां से अलम का जुलूस दरगाह शरीफ से दोपहर 3 बजे शुरू होकर त्रिपोलिया गेट होते हुए शाम 7 बजे जामा-ए-अलतमश (ढाई दिन का झोपड़ा) के पास हताई चौक इमामबाड़ा पर समाप्त होगा। इसी रात दस बजे हताई चौक पर बज्मे सलाम (मुशायरा) का आयोजन किया जाएगा।चांद की नौ तारीख को जामा-ए-अलतमश में दोपहर 2 बजे ढोले शरीफ बनाए जाएंगे।
इशा की नमाज के बाद इनकी सवारी निकलेगी और झोपड़े की सीढ़ियों पर रखे जाएंगे। इसके बाद प्रशासन द्वारा दी गई 100 तलवारों से हाईदौस (परंपरागत तलवारबाजी) खेला जाएगा, जो 20-30 मिनट तक चलेगा। इस दौरान उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था पंचायत की ओर से की जाएगी और सुरक्षा के विशेष इंतजाम रहेंगे।
साथ ही जेएलएन अस्पताल की मेडिकल टीम भी मौके पर तैनात रहेगी, ताकि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में तत्काल चिकित्सा सहायता दी जा सके।मोहर्रम की दसवीं तारीख, यानि योमे आशुरा को दोपहर 2 बजे जोहर की नमाज के बाद हताई चौक से तलवारों के साथ हाईदौस निकलेगा, जो त्रिपोलिया गेट, कातन बाव, बाड़ बाव, तलाब से होते हुए आमा बावड़ी पहुंचेगा। वहीं असर की नमाज के समय हाईदौस संपन्न होगा। हाईदौस के पीछे ढोले शरीफ की सवारी भी चलती है, जिसे मर्सिया के साथ आमा बावड़ी में सेहराब किया जाएगा।