निगम प्रशासन ने शहरवासियों को जल-जमाव से निजात को ले कई आवश्यक कदम उठाएं
बिहार न्यूज़ लाइव सारण: छपरा। नगर निगम के आयुक्त सुमित कुमार ने नाले उराही एवं जल- जमाव की स्थिति को देखने के लिए शहर के खनुवा नाला सहित गांधी चौक,भिखारी चौक ,जहा- जहां जल जमाव की स्तिथि बनी रहती हैं उस जगह का निरीक्षण किया। उन्होंने जिला पदाधिकारी के आदेशानुसार सभी वार्डो मे नालो की उराही,जल जमाव की स्थिति का जायजा लिया। नगर आयुक्त ने बताया कि शहर के नालो का पानी की निकासी के बाहरी मुख को खोला जा रहा है। जिससे मानसून आने के बाद जल-जमाव की स्तिथि नहीं बने और जल -जमाव के पानी को 2 घंटे मे निकासी हो जाए। नगर आयुक्त ने कहा कि बड़े नाले की सफाई शहर के 5 आउटर पॉइंट है जिसमें
भिखारी चौक,साढ़ा ढाला, खनुआ,भगवान बाजार, काशी बाजार तथा सारण अकेडमी आदि है। उन्होंने यह भी बताया कि भिखारी चौक वार्ड संख्या 32 से लेकर 40 वार्ड तक के इलाके के नाले का पानी इस नाले से होकर जाता है। डबल डेकर की वजह से परेशानी है, लेकिन उसका समाधान भी है, नाले की उड़ाही नहीं हुई है। सदर ब्लॉक से रेलवे ढाला और भिखारी चौक से गाँधी चौक से पहले छठीलाल के घर तक दोनों तरफ अधूरा नाला है, जिसे कई जगह बंद कर दिया गया है, उसे खुलवा दिया जाएगा । नगर आयुक्त के अनुसार भिखारी चौक पर एक तरफ से दूसरी तरफ नाला गया है, लेकिन उसकी सफाई 30-35 साल से नहीं हुई है, उसको टायर सिटम से सफाई की आवश्यकता है, ड्रेनेज का लेवल एक फ़ीट तक निचे चला जायेगा। वहीं साढ़ा ढाला नाला से लगभग 4 वार्ड का पानी होकर जाता है। ईदगाह के के आगे नाला को लगभग भर दिया गया है, मौना चौक से खनुआ नाला का पानी लूईस गेट को जाता है। जबकि खनुआ के पास का वॉटर लेवल और लूईस गेट के वॉटर लेवल में 10 फ़ीट का अंतर है, खनुआ के दोनों तरफ दुकान के निचे वाले नाला का सफाई टायर सिटम से कराया जा सकता है। इससे जो लिंक नाला है उसका वॉटर लेवल गिरेगा। नगर आयुक्त सुमित कुमार ने यह भी बताया कि खनुआ लूईस गेट
ड्रेन बॉक्स के बीच में करीमचक के पुरे इलाके लगभग 4 वार्ड का पानी मोटर के जरिये नाला में डाला जा रहा है, ड्रेन बॉक्स में जगह बनाया गया है। वहीं भगवान बाजार लगभग 10 वार्डों का पानी इस नाला से होकर जाता है। नाला का साइज छोटा होने से जाम हो गया है। नगर आयुक्त के अनुसार सारण अकेडमी
शहर के ह्रदयस्थली नगर पालिका चौक का पानी भी सारण अकेडमी होकर ही जाता है। कई वार्ड इससे जुड़े हुए है। इसकी सफाई पिछले 40 साल से नहीं हुई है। नगर निगम प्रशासन बरसात से पूर्व पानी निकासी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।