NEET रिजल्ट मे धांधली और क्वेश्चन लीक के खिलाफ ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने किया प्रदर्शन
बिहार न्यूज़ लाईव जिला संवाददाता रंजीत कुमार
नीट यूजी परीक्षा 2024 के चार जून को घोषित किए गए परिणामों को लेकर छात्रों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। मधेपुरा में भी विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा लगातार इसका विरोध किया जा रहा है। इसी क्रम में आज वामपंथी छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट्स यूनियन (AISA) द्वारा जिला मुख्यालय के ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय के सामने एनटीए और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर परीक्षा परिणाम में हुई गड़बड़ियों की जांच की मांग की गई। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे आइसा जिला सचिव पावेल कुमार ने कहा कि नीट 2024 की परीक्षा शुरू होने से पहले ही 5 मई को क्वेश्चन आउट हो गया था, जिसकी शिकायत पटना के थाना में की गई थी और कुछ लोगों को पकड़ा भी गया था। लेकिन NTA ने कहा की कोई क्वेश्चन आउट नहीं हुआ है जबकि दैनिक अखबारों छापा हुआ है की 40 लाख रूपया लेकर क्वेश्चन रटाया गया था। उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ की 1st रैंक मे 67 छात्र और एक ही सेंटर के 6 छात्र जो टॉप किए हैं।
कभी भी नीट एग्जाम मे 718/719 अंक नहीं आ सकता है, इससे जाहिर होता है की धांधली हूई है। आइसा जिलाध्यक्ष सन्नी कुमार, आरवाईएफ के जिला संयोजक कृष्ण कुमार ने कहा कि जिस नीट का रिजल्ट 14 जून को आना था उसे दस दिन पहले यनि लोकसभा रिजल्ट के दिन ही क्यों प्रकशित किया गया। आखिर NTA क्या छुपाना चाहती है और ये पहली बार होगा की सभी टॉपर को AIIMS जैसी कॉलेज मे नामांकन नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि जब NTA हमेशा विवादों मे रहा है तो ऐसे एजेंसी को किस आधार पर सरकार परीक्षा लेने को देती है। इस परीक्षा मे काफी धांधली हुई है, सरकार इसे रद्द करे और पुनः परीक्षा ले।
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