बिहार न्यूज़ लाइव नालंदा डेस्क: बिहारशरीफ।सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के वास्तविक निर्माता उस देश के शिक्षक होते हैं जो राष्ट्र की संस्कृति के चतुर माली की तरह छात्रों में संस्कारों की खाद देते हैं और अपने श्रम से सींचकर उन्हें सर्वगुण संपन्न शक्तिपुंज में परिवर्तित करते हैं। शनिवार को नालंदा कॉलेज के शिक्षाशास्त्र ( बीएड ) विभाग में नए सत्र 2023-25 के लिए आयोजित इंडक्शन मीट ( परिचयात्मक कार्यक्रम ) के अवसर पर उपस्थित छात्र – छात्राओं को संबोधित कर रहे थे I उन्होंने कहा कि छात्रों को सही दिशा में ले जाना शिक्षक की जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर पाटलिपुत्रविश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर गणेश महतो ने कहा कि शिक्षकों को हमेशा स्मरण होना चाहिए कि स्टूडेंट्स उन्हें ” फॉलो ” करते हैं। ऐसे में उन पर अपना आचरण और व्यवहार अनुकरणीय बनाए रखने की पूरी जवाबदेही है। उन्हें इस जवाबदेही की अहमियत को समझना होगा।नालंदा कॉलेज के प्राचार्य डॉ रामकृष्ण परमहंस ने कहा कि
प्रशिक्षण से शिक्षक की गुणवत्ता में कई गुणा इजाफा होता है I
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बीएड विभागाध्यक्ष डॉ ध्रुव कुमार ने कहा कि कृत्रिम मेधा ( आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस ) के इस दौर में शिक्षकों की भूमिका और भी बढ़ गयी है I वैसे भी शिक्षक होना समाज की सबसे बड़ी जिम्मेदारी निभाना है। उनके कंधों पर समाज का वर्तमान और भविष्य टिका है।
छात्रों को पढ़ाई के अलावा उन्हें सामाजिक जीवन से सम्बन्धित दायित्वों का बोध कराना भी शिक्षक का ही दायित्व है।बीएड विभाग के शिक्षक डॉ रंजन कुमार, अपर्णा कुमारी, कृति स्वराज, उषा कुमारी, प्रशांत, संगीता कुमारी, इशिता ने भी छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन
बिहारन्युज/प्रमोद
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