बिहार न्यूज़ लाईव / जयपुर/ डेस्क: (हरिप्रसाद शर्मा )पूर्व मुख्यमंत्री व भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे सिंधिया ने
कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आरएसएस व भाजपा को कोसने से पहले खुद की पार्टी को देखे । राजे ने कहा-जितने भी साम्प्रदायिक घटनायें हुई हैं, उनके पीछे कांग्रेस की वोटों की राजनीति ही है। कांग्रेस वोटों की राजनीति पर्दे के पीछे रह कर आग लगाने का काम कर रही है। संघ और भाजपा तो कांग्रेस की लगाई हुई आग को बुझाते हैं। आये दिन संघ के ख़िलाफ़ एक ही राग अलापने वाले गहलोत शायद भूल गये कि देश की आजादी के समय जब पाकिस्तानी सेना ने कश्मीर सीमा लांघने की कोशिश की,तो सैनिकों के साथ संघ के स्वयंसेवकों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिए था ।
वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक दिन पहले आरएसएस और भाजपा के खिलाफ दिए गए बयान पर यह करारा पलटवार किया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने बुधवार को आरएसएस और भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए जालोर सर्किट हाउस में मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस प्रदेश में दंगे करवाते हैं। ये लोगों को धर्म के नाम पर भड़काते हैं। भाजपा गाय को लेकर राजनीति करती है, जबकि गायों की सेवा में हमेशा क्या कांग्रेस आगे रही है?
हम गायों के नाम पर वोटों की बात नहीं करते हैं, तो क्या हम हिंदू नहीं हैं? उन्होंने कहा कि कुछ लोग तो सिर्फ राम मंदिर की राजनीति के लिए ही हिंदू बन गए, क्या वो स्वयं को हिन्दू नहीं मानते हैं? राजनीति के लिए हिंदू धर्म को नहीं मानने वाले लोग भी हिंदू बन गए थे। उन्होंने कहा कि हम राजस्थान में भाजपा का एजेंडा नहीं चलने देंगे। हम कांग्रेस पार्टी को राजस्थान में चुनाव में हिन्दुत्व का एजेंडा नहीं बनने देंगे।
वसुंधरा राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत बार-बार हिंदुत्व को ललकारने की गलती कभी भी नहीं करें।क्योंकि हिंदुत्व कोई एजेंडा नहीं,36 की 36 कोमों और सब धर्मों का आदर करने वाली संस्कृति है।जिसके प्रवाह को न वो रोक सकते न उनकी कांग्रेस।उन्होंने कहा कि जिस संघ को लेकर उनकी नींद उड़ी हुई है,उसके स्वयं सेवक ने 1962 के युद्ध में सेना की मदद के लिए सीमा पर पहुंचे थे।फलस्वरूप पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 1963 की गणतंत्र दिवस परेड में संघ को शामिल किया था।मुख्यमंत्री गहलोत को पता होना चाहिए
कश्मीर विलय के समय जब पाकिस्तानी सेना भेष बदल कर हमारी सीमा में घुस रही थी तब सरदार पटेल तथा 1965 में पाकिस्तान से युद्ध के समय लालबहादुर शास्त्री ने संघ से मदद माँगी थी और संघ ने जान हथेली पर रख कर सहयोग किया था। वह कोई और नहीं संघ ही था, जिसने दादरा,नगर हवेली और गोवा को पुर्तगालियों के कब्जे से मुक्त करा कर वहाँ भारत का झंडा फहराया था।
ज्ञातव्य है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर मुख्यमंत्री गहलोत में सांठगांठ के आरोप लगाए हैं।जिसके कारण वसुंधरा राजे लगातार गहलोत को निशाने पर ले रही हैं।
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