बिहार न्यूज़ लाईव मधेपुरा डेस्क: जिला संवाददाता रंजीत कुमार
बिहार सरकार के राजस्व विभाग द्वारा राज्य के 14 जिलों में श्रावणी मेला को लेकर जारी किए गए सूची में मधेपुरा के प्रसिद्ध सिंहेश्वर नाथ स्थान का नाम नहीं रहने से स्थानीय लोगों एवं श्रद्धालुओं में काफी क्षोभ व्याप्त है। वही इस मामले को लेकर भाजपा के प्रदेश मंत्री स्वदेश यादव ने बयान जारी करते हुए बिहार सरकार के राजस्व मंत्री डॉ दिलीप जायसवाल से सिंघेश्वर स्थान में लगने वाले श्रावणी मेला को राजकीयकृत मेला घोषित करने की मांग की है। मालूम हो कि सिंघेश्वर स्थान स्थित शिव मंदिर बिहार में सबसे बड़ा शिव मंदिर है। देवघर के बाद सिंघेश्वर में सबसे ज्यादा शिव भक्तों की आस्था है और लाखों की संख्या में कावड़िया यहां जल चढ़ाने पहुंचते हैं। पूरे महीने पड़ोसी देश नेपाल एवं बिहार राज्य के विभिन्न जिलों से श्रद्धालु पूजा अर्चना करने और जल चढ़ाने यहां आते हैं।
ऐतिहासिक दृष्टिकोण, राजस्व संग्रहण एवं श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए उन्होंने अविलंब राज्य सरकार से सिंघेश्वर श्रावणी मेला को राजकीयकृत मेला का दर्जा प्रदान करने की मांग की है ताकि यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं को सभी प्रकार की सुविधा मिल सके और सिंघेश्वर का विकास हो सके। मांग करने वालों में भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ. अमोल राय, जिला उपाध्यक्ष रीता राय, पूर्व जिलाध्यक्ष अरविंद अकेला, राहुल यादव, राजीव यादव, विष्णु शर्मा, संजय पाठक आदि शामिल हैं।
Comments are closed.