बिहार न्यूज़ लाइव / जयपुर/ (हरिप्रसाद शर्मा) हवाई दौरे के बाद जालोर के सांचौर स्थित डाक बंगले में निर्धारित कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई, रानीवाड़ा के पूर्व विधायक रतन देवासी के साथ आए बाढ़ पीड़ित लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना। करीब 1 घंटे तक गहलोत ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों से चर्चा की। इस दौरान व्यापारियों ने भी अपनी पीड़ा सुनाई ओर उनसे रूबरू हुए ।
व्यापारियों ने कहा बीते 8 साल में 3 बार क्षेत्र में बाढ़ आई है। जिसमें तीनों बार व्यापारियों का भारी नुकसान हुआ,लेकिन अभी तक पानी निकासी को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने बताया कि पांचला बांध को पक्का निर्माण करने सहित शहर के पानी निकासी को लेकर योजना बनाई जाए। जिससे लोगों को राहत मिल सके।
गहलोत ने कहा कि जिला बनाने के साथ शहर में सीवरेज का कार्य होगा।
जिससे पानी की समस्या खत्म होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा तूफान और बाढ़ को देखते हुए हमने 25 टीमें एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को लगा दिया गया है । टीमों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बेहतर काम किया है। एक भी मौत बिपरजॉय तूफान से नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि पानी भरने के बाद उसमें डूबने से कुछ मौतें हुई हैं, इसलिए लोगों से अपील करते है कि वह ध्यान रखें। पानी भराव क्षेत्र से दूर रहें। ऐसे पानी में तैराकी करने ना जाएं। बिजली करंट से भी बारिश के दिनों में सतर्क रहें। गहलोत ने कहा कि बाढ़ की वजह से कच्चे मकान बहुत ज्यादा टूटे हैं।
पक्के मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। सर्वे करवाकर मुआवजा दिया जाएगा। गहलोत ने कहा कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के नियम बने हुए हैं। उसके कारण समय पर मुआवजा नहीं दे पा रहे हैं। केंद्र सरकार को पत्र लिखा है कि नियमों को बदला जाए, ताकि सभी को तुरंत मुआवजा मिल सके। इसके अलावा गहलोत ने कहा कि सर्वे करवाकर सभी को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। इसके बाद गहलोत सांचौर से जालोर के लिए रवाना हो गए।
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