जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध, जिले में चल रहा है अभियान
•शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मासूमगंज में परिवार नियोजन कैंप
• इच्छुक लाभार्थियों को उपलब्ध कराई गई परिवार नियोजन के अस्थाई साधन
बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क: छपरा। जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। प्रत्येक में स्वास्थ्य केंद्रों में परिवार नियोजन दिवस का आयोजन कर इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। इसी कड़ी में सोमवार को शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मासूमगंज में पीएसआई इंडिया संस्था के सहयोग से परिवार नियोजन कैंप का आयोजन किया गया। परिवार नियोजन कैंप का उद्घाटन उप मेयर रागिनी गुप्ता के द्वारा किया गया। कैंप में आए हुए लाभार्थियों को परिवार नियोजन के स्थाई तथा अस्थाई साधनों के बारे में जानकारी दी गई। वही इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई गई।
परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने से जनसंख्या स्थिरीकरण मैं होगा सहायक :
डॉ राजीव रंजन ने कहा कि लाभुक किसी भी परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों की जानकारी लेने के साथ ही सुविधानुसार इच्छित विकल्प का लाभ उठा सकते हैं। बच्चों के बीच समयांतराल रखने और छोटा परिवार के होने से लोग वर्तमान समय में बढ़ रही महंगाई से छुटकारा मिलने के साथ ही जनसंख्या स्थिरीकरण में भी सरकार और देश के सहायक बन सकते हैं। सरकार द्वारा चलाये जा रहे परिवार नियोजन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनसंख्या स्थिरीकरण के साथ ही प्रजनन स्वास्थ्य को सुदृढ़ करते हुए स्वस्थ परिवार का निर्माण करना भी है। लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों का इस्तेमाल कर इस अभियान को सफल बनाना चाहिए।
आशा और एएनएम लाभार्थियों को देती हैं परिवार नियोजन की जानकारी :
पीएसआई इंडिया के क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक जितेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों में लोगों को इसकी जानकारी देने के लिए नियमित आशा, एएनएम आदि उपस्थित रहती हैं। जिनसे लोग परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों की जानकारी ले सकते हैं। लोगों को जानकारी होनी चाहिए कि परिवार नियोजन के स्थायी साधनों में नसबंदी व बंध्याकरण शामिल हैं। लोग किसी भी अस्पताल से इसका लाभ उठा सकते हैं। अस्थायी साधन के रूप में लोग अंतरा इंजेक्शन, कॉपर-टी, छाया, माला-एन, इजी पिल्स आदि का उपयोग कर सकते हैं।स्वस्थ व खुशहाल समाज के लिए मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु को कम करना होगा। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन, पीएसआई इंडिया के क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक जीतेंद्र कुमार गुप्ता, सभी एएनएम व आशा मौजूद थी।
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