युवाओं ने जमकर खेली रंगों की होली, बच्चों ने भी उठाया पिचकारी का आनंद
होली का पारंपरिक गीत, होली खेले रघुवीरा अवध में आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में है जीवंत
बिहार न्यूज़ लाईव सारण डेस्क: छपरा। बुराई पर अच्छाई की जीत, आनंद और उत्साह का प्रतीक, रंग और गुलाल का त्योहार होली का उत्सव जिला भर में शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। होली को लेकर जिला प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद रही, शहर के हर प्रमुख चौक- चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती रही।
जिला पुलिस प्रशासन द्वारा पेट्रोलिंग भी लगातार जारी रहा, सड़कों पर भी खूब दिखी होली की मस्ती। जबकि इस बार होली का त्यौहार दो दिनों तक मनाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार 24 मार्च को होलिका दहन संपन्न हुआ। वहीं रंग और गुलाल का त्यौहार इस बार सोमवार और मंगलवार को मनाया गया। जिला भर में इस त्यौहार को कुछ लोगों ने सोमवार को मनाया। जबकि अन्य लोगों ने बुधवार को भी होली उत्सव का आनंद उठाया। बता दें कि होली का उत्सव बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक यह त्यौहार से बसंत की शुरुआत का आगाज होता है। यह त्यौहार का उद्देश्य राक्षसी होलिका और पवित्र प्रहलाद पर केंद्रित है। अटूट विश्वास और परमात्मा की सुरक्षा की आवश्यकता को याद दिलाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह त्यौहार आध्यात्मिक पर्व माना जाता है।
सोमवार एवं मंगलवार को संपन्न होली के त्योहार पर लोगों ने रंग और गुलाल के साथ की होली की मस्ती। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में फगुआ का पारंपरिक गीत गाकर लोगों ने पारंपरिक होली का त्योहार आनंद उठाया। विदित हो कि ग्रामीण क्षेत्रों में होली के दिन इस त्यौहार का पारंपरिक गीत, होली खेले रघुवीरा अवध में फगुआ गीत आज भी सुनने को मिल रहा है, और इस परंपरा को ग्रामीण क्षेत्र के पुराने विचारधारा के लोगों ने आज भी इसे जिंदा रखा है। जबकि शहर के सभी वार्डों में लोगों ने सोमवार एवं मंगलवार को पारंपरिक रूप से होली का त्योहार मनाया। परंपरा के अनुसार दिन में रंगों की होली, और संध्या में अबीर और गुलाल की होली खेली गई।
लोगों ने होली के दिन एक दूसरे को अबीर- गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी। वहीं युवाओं ने भी जमकर होली का आनंद उठाया। होली के दिन रंग और गुलाल के साथ अपने दोस्तों के संग होली खेलते नजर आए। जबकि बच्चों ने रंग और पिचकारी से खूब खेली होली। वहीं होली शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने को लेकर जिला प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद दिखी। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
जबकि शहर में महिला पुलिस बल के साथ-साथ सैप के जवान भी पेट्रोलिग में लगे हुए थे। पुलिस प्रशासन की नजर असामाजिक तत्वों पर भी विशेष रूप से था। बहरहाल इस बार दो दिनों तक होली का उत्सव शांतिपुर माहौल में संपन्न हो गया। कहीं से कोई अप्रिय घटना होने की खबर नहीं है।
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