रिपोर्ट: रंजीत कुमार
बिहार न्यूज़ लाईव / मधेपुरा डेस्क: मधेपुरा में सरकारी चिकित्सकों ने महिला के पेट से निकाला 15 से 16 किलो का ट्यूमर.
: अब कोसी और सीमांचल के गंभीर मरीजों को बाहर जाने की नही है जरूरत, जेकेटीएम सीएच में है सभी प्रकार की अहम सुविधा: मालती कुमारी,सुप्रीटेंडेंट.
मधेपुरा जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल इन दिनों सुर्खियों में है अस्पताल की बड़ी उपलब्धि आई सामने, चिकित्सकों ने एक महिला के पेट से निकाला 15 से 16 किलो वजन का ट्यूमर, दरअसल बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर कई सवाल भी खड़े होते रहे हैं,खासकर छोटे और बड़े सरकारी अस्पताल की दुर्दशा और चिकित्सकों के साथ साथ संसाधनों की घोर कमी पर सवाल भी उठता हीं रहा है .लेकिन आज मधेपुरा के जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल अपने आप में एक मिशाल पेश किया है,अस्पताल में चिकित्सकों की घोर कमी और कम संसाधनों के वावजूद यह अस्पताल की बड़ी उपलब्धि सामने आई है,
लंबे अरसे बाद अस्पताल आप्रेशन के क्षेत्र में बड़ा कार्य हासिल किया है, एक बिहारीगंज की रहने वाली गरीब परिवार के महिला पेट दर्द को लेकर काफी लंबे समय से परेशान थी और कई जगहों से परेशान होकर मधेपुरा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची,जहां चिकित्सकों ने गंभीरता पूर्वक इलाज व सफलता पूर्वक आप्रेशन कर महिला के पेट से करीब 15 किलो वजन का ट्यूमर बाहर किया है. पीड़ित महिला के परिजन भी काफी खुश हैं,पीड़ित परिजनों की माने तो मधेपुरा का यह मेडिकल कॉलेज अस्पताल वरदान साबित हुआ है, परिजनों ने यहां के चिकित्सकों को साधुवाद भी दिया इन दिनों यह अस्पताल काफी सुर्खियों में है.
बता दें कि मधेपुरा के जेकेटीएमसीएच अस्पताल करीब 850 करोड़ की लागत से 25 एकड़ भूमि में निर्मित है.यह आलिशान अस्पताल का उद्घाटन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मार्च 2020 में किया था और बिहार के कोसी व सीमांचल के लोगों यह तोफा देकर उस वक्त कहा था कि यह अस्पताल एक ना एक दिन कोसी सीमांचल वासियों के लिए वरदान साबित होगा लेकिन आज वह दिन दूर नही है . चिकित्सकों की घोर कमी व कम संसाधनो के वावजूद अस्पताल सुर्खियां बटोरने लगी है.आज मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सकों ने जो काम किया है वह काफी चर्चा में है.मधेपुरा के बिहारीगंज अंतर्गत मोहनपुर,वार्ड संख्या 14 निवासी उमाकांत विश्वास की पत्नी को बीते कुछ महीने से पेट में काफी दर्द की शिकायत थी,वो काफी जगहों पर अपना ईलाज भी करवाई,लेकिन कोई फायदा नहीं मिला
जिसके बाद वो मधेपुरा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुँची और यहाँ उन्होंने महिला चिकित्सक को अपनी परेशानी बताई चिकित्सकों ने जब इनका ईलाज शुरू किया तो जाँच के दौरान इनके पेट में बड़े साईज का माँस का एक गोला होने की पुष्टि हुई है,जिसके बाद महिला चिकित्सक द्वारा महिला को यहाँ एडमिट कर लिया गया और आज चिकित्सकों की टीम ने उनका आप्रेशन किया तो मरीज के पेट से 15 से 16 किलोग्राम का ओवेरियन सिस्ट सफलता पूर्वक निकाल लिया गया. वहीं अस्पताल के डॉक्टर अंजनी कुमार ने बताया कि यह हमारे अस्पताल के लिए काफी गर्व की बात है महिला के पेट से 15 किलोग्राम का ट्यूमर सफलता पूर्वक आप्रेशन कर स्त्री रोग विशेषज्ञों के द्वारा निकाल दिया गया है मरीज के परिजन भी काफी खुश है उन्होंने स्थानीय लोगों की मदद और सहानुभूति की अपेक्षा भी की.
वहीं अस्पताल के सुप्रीटेंडेंट डॉक्टर मालती कुमारी ने बताया कि अब कोसी और सीमांचल के किसी भी मरीज को बाहर इधर उधर जाने की जरूरत नहीं है हमारे यहां सभी तरह की इलाज संभव है अब हमारे यहां छोटे बड़े आप्रेशन का भी पुख्ता इंतजाम है जिसका उदाहरण यह गरीब परिवार के महिला मरीज है, जिसके पेट से 16 किलोग्राम का ट्यूमर स्त्री रोग विशेषज्ञों के टीम द्वारा सफलता पूर्वक आप्रेशन कर निकल दिया गया है यह काफी सराहनीय है .
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