🔴 विद्यालय परिसर में मैया जागरण को लेकर आदेश में अवरोध पैदा करने से आक्रोषित ग्रामीण ने जड़ा था आंगनबाड़ी केन्द्र में ताला।
🔴 ग्रामीणों के थे कई मांग,सीओ सह सीडीपीओ व स्थानीय प्रशासन के बहुत समझाने के बाद खुला आंगनबाड़ी केन्द्र का ताला ।
🔴 सीडीपीओ ने दिया था सेविका को स्पष्टीकरण,मांगा था 24 घंटे में जबाव।
🔴 आंगनबाड़ी केन्द्र से ताला तोड़ टीएचआर सामग्री लूटे जाने की सेविका ने की थी शिकायत।
रिपोर्ट : डेस्क बिहार न्यूज लाइव।
उदाकिशुनगंज प्रखंड अन्तर्गत खाड़ा पंचायत के सुखासिनी गांव में बिषहरी स्थान में नागपंचमी के अवसर पर दो दिवसीय मैया जागरण का आयोजन रखा गया था। इसी कार्यक्रम को लेकर ग्रामीणों की सहमति से मेला कमिटी द्वारा उत्क्रमित मध्य विद्यालय परिसर में मैया जागरण हेतु पांडाल भी सर्वसम्मति से लगाया गया था।
इसी बीच मेला कमिटी (मेला आयोजन समिति) एवं ग्रामीणों ने शोशल मिडिया पर एक वायरल विवादित पोस्ट आकाशदीप बिट्टू के फेसबुक पेज सहित अनेक ग्रुप में देखा। ग्रामीणों से मिल रही जानकारी से यह मैसेज आकाशदीप के द्वारा मैया जागरण में अवरोध हेतु वायरल किए जाने के उद्देश्य से संबंधित देखकर ग्रामीणों के होस उड़ गए। क्योंकि सुखासिनी गांव में बिषहरी माता के प्रांगण में मैया जागरण हेतु सारी तैयारियां पूरी कर ली गई थी, दूकानें सज गई थी। अन्ततः ग्रामीणों को इसी वायरल शिकायत पर 21 को होनेवाली जागरण हेतु अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा आदेश नहीं दिया गया।
इसके पश्चात आक्रोशित ग्रामीणों ने विद्यालय परिसर में बने आंगनबाड़ी केन्द्र को हटाने,केन्द्र समय पर नहीं खुलने आदि-आदि कारणों को रखते हुए 22 को सुबह लगभग 9 बजे ताला जड़ वीडियो बनाकर प्रदर्शन करते हुए पदाधिकारी के आने के बाद ही खोले जाने पर अड़े रहे।
सुखासिनी में वार्ड संख्या-13 में विद्यालय परिसर में अवस्थित सेविका कुमारी अभिलाषा की आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या-59 में वार्ड सदस्य सीता देवी की अध्यक्षता में ग्रामीणों द्वारा 22 के सुबह ताला जड़ दिया गया। प्रदर्शन को शांत करने तथा मामले को लेकर सीओ सह सीडीपीओ हरीनाथ राम आंगनबाड़ी केन्द्र सुखासिनी पह़ंचे।
मौके पर वार्ड सदस्य सीता देवी एवं उपस्थित सैकड़ों ग्रामीणों द्वारा अपनी शिकायत को रखते हुए केन्द्र का संचालन सेविका द्वारा मनमाने ढंग से किए जाने के कारण ताला लगाकर बंद किए जाने की बात बताई। और कार्रवाई किए जाने की मांग भी की।
🔴 सीडीपीओ पहुंचे :-
सीओ सह सीडीपीओ के काफी समझाने बुझाने के बाद सेविका पर स्पष्टीकरण दिये जाने और कार्रवाई का आश्वासन दिया। फिर भी वार्ड सदस्य सह आंगनबाड़ी अध्यक्ष और ग्रामीणों ने नहीं माना।
दूसरे दिन 23 अगस्त को फिर सीडीपीओ के सुखासिनी आगमन और वार्ड सदस्य सहित ग्रामीणों को समझाने में सफलता मिली। आंगनबाड़ी केन्द्र को खोला गया। सभी के समक्ष स्पष्टीकरण भी सेविका को देकर 24 घंटे के अंदर जबाव मांगा गया।
बताया जाता है कि आंगनबाड़ी केन्द्र को ताला जड़ ग्रामीणों का प्रदर्शन अन्यथा उग्र होना केवल एक वायरल मैसेज और मैया जागरण में अवरोध पैदा करने हेतु शोशल मीडिया में वायरल किए जाने से उत्पन्न विवाद का मूल कारण है।
विद्यालय में कार्यक्रम तैयारियां पूरी होने के बाद नहीं होने से संबंधित व आयोजन समिति के लिए अपशब्द (मुर्ख, असामाजिक, बुद्धिहीन आयोजक जैसे) मैसेज लिखकर इसे पदाधिकारी सहित दर्जनों ह्वाट्सएप ग्रुप और शोशल मीडिया में भी वायरल किया गया बताया जा रहा है। इसी सार्वजनिक अपमान जनक वाली मैसेज ने खाड़ा के सुखासिनी गांव में ग्रामीण माहौल को गर्म कर दिया।
🔴 कार्यक्रम से संबंधित मुख्य तथ्य:-
मेला आयोजकों के द्वारा 21 को होनेवाली मैया जागरण हेतु अनुमंडलाधिकारी के नाम मेला तथा जागरण को लेकर 17 को ही आवेदन दिया गया था। 17 अगस्त को ही थाना उदाकिशुनगंज से आवेदन को अग्रसारित कर दिया गया।
🔴 कार्यक्रम 21-22 को था पूर्व प्रायोजित:-
मिल रही जानकारी से 21 को ही गांव के ही आकाशदीप द्वारा जागरण को विद्यालय में आयोजित नहीं करवाए जाने और आयोजकों के लिए अपशब्द प्रयोग कर मैसेज वायरल किया गया। (इसके पीछे किसी एक परिवार से पूर्व की लड़ाई का भी मामला सामने आ रहा है।)
21 को ग्रामीण आयोजकों को अपशब्द लिखे जाने और विद्यालय प्रांगण में कार्यक्रम रूकवाए जाने पर ग्रामीण आक्रोषित होकर विद्यालय प्रांगण में ही बने आंगनबाड़ी केन्द्र बंद कर प्रदर्शन करने लगे।
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22 अगस्त को विद्यालय परिसर में लगभग साढ़े नौ बजे स्थापित आंगनबाड़ी को सेविका के उपस्थित नहीं होने पर वार्ड सदस्य के नेतृत्व में ग्रामीणों ने ताला जड़ दिया।
22 को ही सीडीपीओ को शिकायत कर बुलाया गया। ग्रामीण आंगनबाड़ी केन्द्र को हटाने,सेविका पर कार्रवाई व लाभ से संबंधित अन्य लिखित व वीडियो में दर्ज शिकायत की।
इधर 22 अगस्त मंगलवार को ही मामले में आगे कोई ट्विस्ट नहीं हो बिषहरी स्थान के प्रांगण में विधायक नरेन्द्र नारायण यादव द्वारा फीता काट कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया।
🔴 सेविका को दिया गया स्पष्टीकरण,खोला गया ताला :-
23 का पुन: सीडीपीओ का सुखासिनी आगमन हुआ। ग्रामीणों को काफी मशक्कत के बाद समझाते हुए आंगनबाड़ी केन्द्र का ताला खुलवाया। 23 को ही टीएचआर भी वितरण करवाया गया। आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या-59 की सेविका कुमारी अभिलाषा को स्पष्टीकरण देते हुए 24 घंटे के अंदर जबाव देने का आदेश दिया गया। सीडीपीओ के सामने मात्र दो लाभुकों ने टीएचआर ली।
🔴 सेविका ने दी चोरी का आवेदन :-
इधर 24 अगस्त की रात आंगनबाड़ी से पोषाहार (खाद्य सामग्री चावल, दाल,सोयाबड़ी) चोरी होने की बात 25 को सेविका द्वारा थाना में लिखित शिकायत की।
🔴 वायरल मैसेज से ग्रामीणों में पनपा था आक्रोश,मैसेज वार अब भी जारी :-
21 से ही प्रत्येक ग्रुप में मैसेज वायरल कर ग्रामीण माहौल को अशान्त करने तथा ग्रामीणों को आक्रोषित करने का क्रम अबतक जारी है। किसी को धमकी तो किसी को गाली-गलौज का भी दौर जारी।
🔴 क्या है सेविका द्वारा दिए आवेदन में ?
सेविका अभिलाषा ने गुरूवार की रात्रि में अज्ञात लोगों के उपर आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या-59 सुखासिनी का ताला तोड़कर चावल,दाल और सोयाबीन चोरी कर लिए जाने की शिकायत थाने में की। सेविका ने कहा कि शुक्रवार को नियत समय सुबह 07:30 बजे सहायिका सुनीता देवी के साथ जब मैं आंगनवाड़ी केन्द्र पहुंची,तो मेन गेट का ताला टुटा हुआ लटका पड़ा था। कमरे के भीतर लाभुकों के हिस्से की पोषाहार सामग्री भरी बोरी गायब थी। इसकी जानकारी तुरन्त वार्ड सदस्या सीता देवी को दी। उसके बाद घटना की सूचना दुरभाष के माध्यम सीडीपीओ सह सीओ हरिनाथ राम को दी गई।
🔴 सुखासिनी की ग्रामीण जनता क्या कहती है –
उधर ग्रामीण जनता द्वारा अनेक शंका जाहिर की जा रही है कि सेविका द्वारा केन्द्र में ताला खुले छोड़ चले जाने और साजिशन शातिराना अंदाज में इस घटना को अंजाम दिया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि जब देखा गया कि ताला टूटा है तो प्रशासन के आने का इंतजार क्यों नहीं किया गया ?
क्यों सेविका और सहायिका द्वारा बिना प्रशासन के जांच किए हुए फिर केन्द्र में ताला लगाया गया ?
केन्द्र में ही चावल-दाल-सोयाबड़ी और अन्य सामानों का भंडारण होता है ?
चोर का सामान चोरी कर फिर गेट में ताला लटकाकर जाना क्या दर्शाता है ?
🔴 घटना स्थल पर मीडिया टीम पहुंची –
शुक्रवार 25 अगस्त को मीडिया टीम के पहूंचने तक प्रशासन सवा तीन बजे दिन तक जांच हेतु पहुंची नहीं थी। शुक्रवार को तीन बजे दिन को आंगनबाड़ी केन्द्र में ताला लगा हुआ पाया गया।
मामला प्रशासनिक जांच का बनता है कि घटना कब और कैसे घटित हुई है ? इसका मूल कारण क्या है ?
ग्रामीणों ने वरीय पदाधिकारी से मांग की है कि मामला की जांच कर गांव का माहौल खराब करने वाले दोषी व्यक्तियों पर कानूनी कार्रवाई की जाय।
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