*संविधान के मुताबिक हर किसी को अपनी बात रखने
*राज्य सरकार ने राजपूत समाज के साथ कुठाराघात किया
बिहार न्यूज़ लाईव / जयपुर/(हरिप्रसाद शर्मा) विधानसभा में सोमवार को राज्य सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के साथ की गई मारपीट के बाद राजपूत समाज में आक्रोश भड़क गया। मंगलवार को राजपूत समाज के लोग लामबंद होकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पर पहुंच गए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, शांति धारीवाल और महेश जोशी के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। डीएम को राज्यपाल एवं विधानसभा अध्यक्ष के नाम ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है।
राजपूत समाज ने कहा कि सोमवार को विधानसभा में झुंझुनू जिले के उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र के राजपूत समाज के कद्दावर नेता राजेंद्र गुढ़ा के साथ जो अमानवीय कृत्य हुआ है, उससे मानवता शर्मसार हुई है। इतिहास में पहली मर्तबा विधानसभा में ऐसा कृत देखने को मिला है। लोकतंत्र के मंदिर में संविधान की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई हैं।
उन्होंने कहा संविधान के मुताबिक हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन कांग्रेस सरकार में उनके विधायक एवं मंत्री भी अपनी बात नहीं रख सकते हैं। राजेंद्र गुढ़ा ने सदन में बिगड़ती कानून व्यवस्था एवं महिला असुरक्षा का मुद्दा उठाया था। जिसे लेकर कांग्रेस की सरकार ने मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा को बर्खास्त कर दिया। उसके बाद सोमवार को जब राजेन्द्र गुढ़ा विधानसभा पहुंचे तो सदन में उनकी सीट गायब थी। जब राज्य सरकार के काले कारनामों की लाल डायरी जब स्पीकर को पेश की तो बबाल खड़ा कर दिया।
राजपूत समाज के युवाओं ने कहा मंत्री शांति धारीवाल,विधायक रफीक खान समेत दो दर्जन विधायक एवं मंत्रियों ने राजेंद्र गुढ़ा के साथ सदन में मारपीट की है। सरकार के काले कारनामों की डायरी को छीन लिया गया है। उन्होंने कहा राज्य सरकार ने राजपूत समाज के साथ कुठाराघात किया है। राजपूत समाज के लोगों ने मंगलवार को लामबंद होकर कलक्टर कार्यालय पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं शांति धारीवाल एवं महेश जोशी के खिलाफ नारेबाजी कर हंगामा किया।
राजपूत समाज के युवाओं ने धौलपुर जिला कलेक्टर अनिल कुमार अग्रवाल को राज्यपाल एवं विधानसभा स्पीकर के नाम ज्ञापन प्रेषित किया है। ज्ञापन के माध्यम से मंत्री शांति धारीवाल एवं महेश जोशी को बर्खास्त करने की मांग की है। इसके साथ ही राजेंद्र गुढ़ा को मंत्रिमंडल में वापस किए जाने की मांग रखी है। राजपूत समाज के युवाओं ने चेतावनी देते हुए कहा अगर राजेंद्र गुढ़ा को इंसाफ नहीं मिला तो राजपूत समाज आगामी विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का विरोध करेगा और सड़कों पर उतर कर आंदोलन किया जाएगा।
बताया जाता है कि राजपूत समाज के नेताओं कहा कि यदि कोई कार्रवाई नहीं की तो राज्य भर में आन्दोलन किया जायेगा । अभी तक समाज दिये गये ज्ञापन में न्याय की अपेक्षा रखता है । अन्यथा शान्तिपूर्वक तरीक़े से आन्दोलन को उग्र किया जाएगा ।
अलवर के रामगढ़ से भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने आज अलवर भाजपा कार्यालय पर पत्रकार वार्ता के दौरान ये आरोप लगाए। उन्होंने कहा- विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने जिस लाल डायरी का जिक्र किया है, उसमें सभी राज हैं। उन्होंने गुढ़ा का समर्थन करते हुए कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा को अखाड़ा बना दिया और यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
भीलवाड़ा में भी गुढा के मामले को लेकर भाजपा के नेताओं ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की सड़कों पर जगह जगह लाल डायरी लिखा बताया गया । जबकि गुढा ख़ुद इस बात का दावा कर रहे हैं कि अभी तो यह ट्रेलर है फ़िल्म तो भी आना बाक़ी है । मैं हर रोज़ जनता के सामने उजागर करूँगा ।
गुढा ने कहा कि पहले यह रसगुल्ले खिलाते हैं ।जिन लोगों की वजह से मैं राजनीति में हूं, जिन लोगों ने मुझे यहां तक पहुंचाया है, उनके बीच में जाऊंगा और उनसे ही पूछूंगा कि आगे क्या करना है? लोग जो कहेंगे वो करूंगा। गुढा ने कहा कि मैं जिससे भी मिल लेता हूं लोग अटकलें लगाना शुरू कर देते हैं। पिछले दिनों ओवैसी साहब से मिला था, तो लोगों ने चर्चाएं चला दीं। ओवैसी साहब पढ़े लिखे नेता हैं, अच्छे सांसद हैं।
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