बिहार न्यूज़ लाइव / मृगांक शेखर सिंह/जमुई डेस्क: बिहार के मुखिया नीतीश कुमार द्वारा समाज सुधार अभियान के तहत बाल विवाह, शराबबंदी व दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को जड़ से समाप्त करने को लेकर सूबे बिहार के विभिन्न जिलों में घूम घूम कर लोगों को संदेश देने के साथ जागरूक भी किया था।
लेकिन हमारे समाज में दहेज के लालच ने कुछ लोगों को इस कदर जकड़ दिया है कि यह लोग किसी हद तक जा सकते हैं। ताजा मामला जमुई जिला अंतर्गत खैरा थाना क्षेत्र से सामने आया है। जहाँ दहेज के लिए ससुराल वालों द्वारा बहू को मारपीट कर घर से निकालने का मामला प्रकाश में आया है।इस संबंध में पीड़िता ने खैरा थाना में आवेदन देकर उचित कारवाई करने की गुहार लगाई है। बता दे कि जमुई जिला अंतर्गत खैरा थाना क्षेत्र के भेड़िया तरी गांव की रंजू देवी पति संतोष यादव ने खैरा थाना में आवेदन देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।उन्होंने अपने आवेदन में लिखा है कि मेरी शादी 1 वर्ष पूर्व भेड़िया तरी गांव के भिखारी यादव के पुत्र संतोष यादव के साथ हिंदू रीति रिवाज के अनुसार शादी संपन्न हुई थी। शादी के बाद मैं अपने पति के साथ कुछ दिनों तक ठीक ढंग से अपने ससुराल में रह पाई।उसके बाद मेरे पति ससुर एवं सास उर्मिला देवी ने सभी मिलकर मुझसे कहने लगी कि तुम अपने बाप से तीन लाख रुपये और एक मोटरसाइकिल मांग कर लाओ तब हम तुम्हें घर में रहने देंगे नहीं तो हम अपने बेटे का शादी दूसरी जगह कर देंगे। जब हमने कहा कि मेरे पिताजी बहुत गरीब हैं और मेरी शादी अपनी औकात के हिसाब से डेढ़ लाख नगद एक सोने का चैन एवं सभी प्रकार के समान दिए थे। अब मेरे पिताजी आप लोगों को कुछ भी नहीं दे पाएंगे। इतना सुनते ही ये सभी काफी उग्र होकर मेरे साथ बेरहमी से मारपीट करने लगे और मेरा सारा जेवरात कपड़ा आदि छीन लिया और मुझे घर से निकाल दिया। वहां से किसी तरह मैं अपने मायके गरही थाना क्षेत्र के कसेया चली आई। बाद में मुझे पता चला कि मेरे पति मुझसे व मेरे परिवार वालों को बिना जानकारी दिए हुए दूसरी शादी कर लिया। मामले में पीड़िता ने खैरा थाना में आवेदन देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। थानाध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान ने बताया कि आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
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