बिहार न्यूज़ लाइव मृगांक शेखर सिंह/जमुई डेस्क: इमाम हुसैन की शहादत के याद में त्याग और बलिदान का पर्व मुहरर्म ई०अलीगंज प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों आढा, कैथा, बेला ,चंद्रदीप, मतबल्बा, तेलार में उर्दू कैलेंडर के 10 तारीख को पहलाम होता है
वहीं अलीगंज,दरखा,सुंदरबाद,इस्लामनगर,दिन्नगर, सहोड़ा, सेवे,चौरासा, दांड, के अलावे अन्य गांव का पाहलाम उर्दू कैलेंडर के 11वीं तारीख को इस्लामनगर करबला में पहलाम होता है, मुस्लिम गावों में हर्षो उल्लास एवं शांति पूर्ण से परंपरागत तरीके से मनाया , विभिन्न जगहो से तजीया के साथ भव्य अखाडा निकाला गया।अलीगंज बाजार के ताजिया कमिटी की ओर से भव्य ताजिया बनाया गया, जो सभी देखने वाले प्रशंसा की,वहीं अल्फालाह कमिटी की अलीगंज के युवाओ ने अखाडे के माध्यम से हैरत अंगेज कारनामो का प्रदर्शन किया। एक से बढ़कर एक कर्तव्य दिखाये।
अखाड़े में ढोल,नगाड़े,घोड़े एवं प्रमरागत हथियार लाठी,डंडे,तलवार ,सैफ से युवाओं ने एक से बढ़ कर एक खेला दिखाया, अलीगंज अंदर बाजार इमामबाड़ा में सुंदरबाद, दरखा के अखाड़ा पहुंच कर तीनो गांव का ताजिया के साथ अखड़ा मेन रोड अलीगंज होते हुए इस्लामनगर करबला पहुंच कर ,बारी बारी से अपने नंबर के अनुसार शांति पूर्ण पाहलाम किया,बताते चले कि मुहर्रम पर्व त्याग,समर्पण और सत्यमार्ग का अनुसरण करना तथा आपसी प्रेम व भाईचारे के साथ सेवा का भाव स्थापित करना है।इस पर्व के साथ ही इस्लामी नया साल भी प्रारंभ होता है।वही लोगों ने पर्व के दौरान अमन,शांति एकता,भाईचारा और खुशहाली की दुआ भी किया।वही कई मुस्लिम भाईयो बहनों ने रोजा रखकर इबादत भी किया।
इस्लामनगर कब्रिस्तान मे 14 गांव के लोग ताजिया,सीपर ,फुल विसर्जन करने बडी संख्या मे ताजिया जुलूस के साथ पहलाम करने आते है।मो जहांगीर ने बताया कि पुरे बिहार मे सबसे बडी कब्रिस्तान इस्लामनगर मे है जो लगभग 9 एकड के करीब मे है। और यहा बुजूर्ग बताते है कि तीन सौ वर्षो से भी ज्यादा दिनो से लगभग 150 गांवो के लोग ताजिया जुलूस के साथ पहलाम करने के लिए आते थे।लेकिन इधर दस वर्षो से बहुत कमी हो गई।
लोग अपने गांव में अधिकतर पहलाम करते है अब लगभग 14 गांव के लोग अभी ताजिया जुलूस लेकर पहलाम करने यहा आते है। मो जहांगीर बताते है कि यह कर्बला की एक खास विशेताए रही है कि जो निसंतान महिलाओ यहा आती है और अपनी इच्छा मूजाबिरीन के द्वारा मुहर्रम के दिन कर्बला मे निसंतान महिलाओ को स्नान करा देती है तो उसे निश्चित रूप से संतान की प्राप्ति हुई है।वहीं इस्लामनगर करबला में मेले का आयोजन होता है,मेले के दौरान, सैकड़ो मिठाई,चाट,फूचके की दुकान सजाकर भव्य मेला आयोजित होती है,मेले में भारी संख्या में लोग आते है, शांतिपूर्ण रूप से पर्व संपन्न करवाने मे प्रशासन भी काफी चैकस दिखी।
मोहर्रम पर्व को शांतिपूर्ण माहौल मे संपन्न करने के भारी पुलिस बल की तैनाती थी,पुलिस प्रशासन हर तरफ चुस्त दुरस्त मुस्तैद दिखाई दिये।क्षेत्र मे किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न हो इसको लेकर चंद्रदीप थानाध्यक्ष अब्दुल पुलिस अवर निरीक्षक आदित्य कुमार,उमेश कुमार इस्लामनगर अलीगंज के प्रखंड विकास पदाधिकारी विवेक कुमार, एवं मेजिस्टेड के रूप में सन्नी कुमार दिवाकर ,एवं अन्य पदाधिकारी के साथ पुलिस बल के साथ हर क्षेत्र मे गश्ती करते नजर आये। जगह जगह लोगों से रूककर पर्व को शांति पूर्ण माहौल मे संपन्न करने के लिये कहा।
मौके पर लाइसेंस धारी मो आलम ,सदर औरंजेब, सद्दाम अंसारी,राजा,डबलू,
लाडला,जसीम,मुबारक,
आदिल,सद्दाम, शाहिद, बेलाल,फिरोज,रौशन मिया,कलीम मियां,सोनू,इरशाद, दिलसाद,मनौवर,इम्तियाज ,शमसाद,नौशाद,फरीद के अलावे सैकड़ो लोग उपस्थि थे।
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