बिहार न्यूज़ लाइव मृगांक शेखर सिंह/जमुई डेस्क: जमुई में दिनदहाड़े चकाई स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में सोना और नगद रुपये लूट कर पुलिस को चुनौती देने वाले गिरोह के दो अपराधियों को पुलिस ने धर दबोचा।जमुई के पुलिस कप्तान डॉ शौर्य सुमन ने प्रेस वार्ता कर बताया कि लूट की घटना के बाद सीसीटीवी का जो फुटेज सामने आया था
उसमें एक अपराधी बैंक मैनेजर को हथियार के बल पर बंधक बनाया था उसका नाम राजेश दास है जो बैंक लूट और पुलिस को चकमा देने के मामले में सजायाफ्ता कैदी रूप में गया जेल में बंद था।लेकिन 24 फरवरी 2023 की रात जब सिर में दर्द की शिकायत पर गया अस्पताल में भर्ती होने के बाद वह फरार हो गया था।
पुलिस राजेश और उसके और साथियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। बैंक लूट कांड का उद्भेदन करते हुए पुलिस कप्तान ने बताया कि यह ग्रुप बैंक लूटने वाले संगठित गिरोह है जो बांका और हजारीबाग में बैंक को लूट चुके हैं हाल के दिनों में अभी एक दुमका और धनबाद में बैंक लूटने वाले थे। पुलिस ने चकाई बाजार स्थित स्टेट बैंक में हुई लूट मामले में दो अपराधी को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद मंगलवार को जेल भेज दिया।
अपराधी के पास से दो देसी कट्टा और तीन जिंदा कारतूस सहित लूट के हिस्से मे मिले 95 हजार 200 रूपये बरामद किये गए है। गिरफ्तार अपराधियों मे देवघर नगर थाना क्षेत्र के रंजीत दास और बांका जिला के कटौरिया निवासी रणवीर सिंह ऊर्फ पप्पू सिंह के नाम शामिल है।बताते चले कि 18 अप्रैल को दीनदहाड़े दो बाइक पर सवार पांच अपराधीयों ने चकाई बाजार स्थित स्टेट बैंक शाखा से हथियार के बल पर तीन लाख 15 हजार रूपये नकद एवं 479 ग्राम सोना लूट लिया था। सम्बन्धित मामले को लेकर मंगलवार को जमुई के पुलिस कप्तान डॉ शौर्य सुमन ने एक प्रेस वार्ता कर विशेष रूप से जानकारी दी। पुलिस कप्तान ने बताया कि बैंक लूट कि घटना के बाद अपराधियों को दबोचने के लिए जमुई एसडीपीओ डॉ राकेश कुमार के नेतृत्व मे एक छापेमारी टीम का गठन किया गया था।
टीम के द्वारा तकनिकी सेल के सहारे झारखंड के गिरिडीह, देवघर, चतरा, पलामू, हजारीबाग तथा बिहार के गया जिले मे छापेमारी कि गई। छापेमारी के दौरान चन्द्रमण्डी थाना इलाके के विशनपुर गावं के पास से रंजीत दास और रणवीर सिंह को 95 हजार नकद एक एक पल्सर बाइक व देशी कट्टा जिंदा गोली के साथ गिरफ्तार किया गए। इसे लेकर चन्द्रमंडी थाना मे आर्म्स एक्ट के तहत एक अन्य मामला दर्ज किया गया है। बताया कि दोनों अपराधी अन्य बदमाशों के संपर्क मे थे और बैंक कि रेकी मे लगे थे। लुटेरों को जानकारी थी कि उक्त बैंक शाखा से 50 लाख रूपये कि लूट कि जा सकती है।
लेकिन इन्हे उतना रुपया नहीं मिला। लूट मे दोनों को 60-60 हजार रूपये हिस्सा स्वरुप मिला था। पुलिस कप्तान ने कहा कि इस लूट कांड मे शामिल अन्य अपराधियों कि गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कि जा रही है। लुटे गए पैसे से हथियार खरीदने कि योजना बना रहे थे। उसके उपरांत दुमका स्थित सेंटर बैंक को लूटने कि तैयारी मे जुटे थे।
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