बिहार न्यूज़ लाइव /मृगांक शेखर सिंह/जमुई: जमुई शहर के कचहरी चौक से पुलिस ने भाकपा माओवादी संगठन के सक्रिय सदस्य राकेश दा उर्फ दिलीप दास को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार राकेश दा सोनो थाना क्षेत्र के डोकली गांव का रहने वाला है। इसके विरुद्ध जमुई जिले के विभिन्न थानों में पूर्व से कुल 13 नक्सल मामले दर्ज हैं।पुलिस ने राकेश की निशानदेही पर उसके गांव से प्रतिबंधित नक्सली साहित्य के अलावा कई नक्सल पुस्तक बरामद की हैं। जमुई के पुलिस कप्तान डॉ शौर्य सुमन ने प्रेस वार्ता कर बताया कि सूचना मिली थी कि राकेश दा उर्फ दिलीप दास विशेष कार्ययोजना के लिए जमुई के शहरी इलाके में भ्रमणशील है।
सूचना के आलोक में मेरे नेतृत्व में एक टीम का गठन कर जमुई के शहरी इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया।इसी क्रम में पुलिस जब कचहरी चौक के पास पहुंची तो वहां भीड़ में एक व्यक्ति का मूवमेंट संदेहास्पद लगा। पुलिस को देख वह व्यक्ति भीड़ का फायदा उठा भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन पुलिस ने उसे धर दबोचा। गिरफ्तार व्यक्ति से पूछताछ में उसने अपना नाम राकेश दा उर्फ दिलीप दास बताया और जानकारी दी कि 2015 में उसे बिहार-झारखंड सीमांत जोनल कमेटी में जेसीएम का दर्जा दिया गया था।
पुलिस कप्तान ने बताया कि राकेश दा 90 के दशक से ही संगठन से जुड़ा है। 2003 में वह एक प्रमुख कम्युनिस्ट विचारक के माध्यम से भारत नौजवान सभा में शामिल हुआ। वर्ष 2007 में वह बीड़ी मजदूर संगठन सोनो में शामिल होकर सरकार विरोधी आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभाई।
पूछताछ में राकेश दा ने यह भी स्वीकार किया कि पिंटू राणा व करुणा दी के साथ रहते हुए कई नक्सल घटनाओं में शामिल रहा।बाद में पार्टी के कई नेताओं की गिरफ्तारी व मुठभेड़ में मारे जाने के बाद सहदेव सोरेन के निर्देश पर बिहार के जमुई और बांका के अलावा झारखंड के गिरीडीह तथा देवघर के इलाके में गोपनीय रूप से संगठन का प्रचार-प्रसार कर रहा था।
पुलिस कप्तान ने कहा कि राकेश दा उर्फ दिलीप की गिरफ्तारी से नक्सली संगठन को बड़ा नुकसान पहुंचा है। इसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है।
टीम में एएसपी अभियान ओंकारनाथ सिंह, एसडीपीओ डा. राकेश कुमार, डीएसपी मुख्यालय अभिषेक कुमार सिंह,सदर थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी, सोनो थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार, एसटीएफ व जिला आसूचना इकाई के पुलिसकर्मी शामिल थे।
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