बिहार न्यूज़ लाइव / मृगांक शेखर सिंह/जमुई डेस्क:
पुलिस का नाम सुन आमजन को खाकी का चेहरा सख्त मिजाज का दिखाई देता है।कहते हैं कि पुलिस की दोस्ती अच्छी ना दुश्मनी। क्योंकि कई बार पुलिस द्वारा ज्यादतियों की तस्वीरें सामने आती है लेकिन इस बार जमुई में खाकी एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो बिल्कुल अलग है। इसमें पुलिस का एक मानवीय चेहरा सामने आया इसे देखकर हर कोई पुलिस के किए गए इस काम की सराहना कर रहा है।
आज के आडंबर से भरे भागती दौड़ती जीवनशैली में लोग अक्सर असहाय और जरूरतमंदों को देख अपना मुंह मोड़ लेते हैं परंतु जिन्होंने देश सेवा करने की कसम खाई है वह अपने कर्तव्य से कभी विमुख नहीं होते। हम बात कर रहे हैं जमुई जिले के यातायात प्रभारी सदाशिव साहा की। जहाँ जिले में यातायात प्रभारी के रूप में कार्य कर रहे सदाशिव साहा अपने बेहतर कार्यों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। जिससे ना सिर्फ यातायात व्यवस्था को सुगम एवं सुचारू रूप से अपने दायित्वों का निर्वहन करने में उन्हें सफलता मिल रही है बल्कि सामाजिक कार्यों में भी बढ़ चढ़कर अपना दायित्व निभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि एक तस्वीर कुछ बयां कर रहा है। बता दें कि जब जमुई शहर में एक खोया हुआ बच्चा यातायात प्रभारी सदाशिव साहा को मिला तब उक्त बच्चा के बारे में जांच-पड़ताल उपरांत पता चला कि बच्चा का नाम गुंजन कुमार पिता कुंदन यादव, माता शैली देवी घर सुदामापुर थाना मलयपुर जिला जमुई का रहने वाला है। बच्चे को यातायात प्रभारी ने गोद में उठाकर टॉफी एवं बिस्किट खिलाकर पानी पिलाया।साथ ही घंटों इंतजार कर बच्चे के माता पिता का नाम पता कर उसके परिजन को सुपुर्द किया। बता दें कि पुलिस का नाम सुनते ही वर्दी का रौब काटते वर्दीधारी की छवि का दिमाग में उभरना लाजमी है
इतना ही नहीं वास्तविकता में भी कई दफा ऐसी वीडियो और तस्वीरें सामने आ जाती है जिसमें पुलिस या खौफ का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है। लेकिन कभी-कभार पुलिसिंग की ऐसी तस्वीर भी सामने आती है जो लोगों को सुकून पहुंचाती है। कुछ ऐसा ही वाक्या जमुई शहर में सामने आया जहां पुलिस ने मानवता की एक ऐसी मिसाल पेश की है, जो जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल माता पिता के साथ एक बच्चा जमुई शहर के निजी क्लीनिक में इलाज कराने हेतु आया हुआ था।
जो अपनी मां से बिछड़ कर शहर के वोधबन तलाव चौक के पास पहुंच गया। तभी यातायात प्रभारी सदाशिव साहा की नजर उस बच्चे पर पड़ी। यातायात प्रभारी ने बच्चे को गोद में उठा लिया और उस खोए हुए बच्चे के माता-पिता को खोजबीन शुरू कर दी। घंटो बाद बच्चे को उसके माता पिता के हवाले कर दिया गया। यह तस्वीर देख कर लोग पुलिस की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। साथ ही खोए हुए बच्चे के माता-पिता ने अपने बच्चे को पाकर यातायात प्रभारी सदाशिव साहा को इस कदम के लिए उनका हृदय तल से धन्यवाद दिया है।
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