सारण: भव्य चिरांद के लिए योजना तैयार कराएगा जेपी विश्वविद्यालय चिरांद चेतना महोत्सव में वीसी की घोषणा…
बिहार न्यूज़ लाईव सारण डेस्क: गंगा महाआरती के साथ चिरांद विकास परिषद का 17 वां गंगा गरिमा रक्षा संकल्प समारोह व चिरांद चेतना महोत्सव का भव्य आयोजन शनिवार की संध्या में शुरू हुआ। ज्येष्ठ पूर्णिमा की धवल चांदनी रात में मां गंगा की संगीतमय आरती में सहभागी होने के लिए हजारों लोगों की भीड़ चिरांद स्थित बंगाली बाबा घाट पर उमड़ पड़ी थी।
थ्चरांद विकास परिषद व गंगा समग्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित समारोह के उद्घाटन के क्रम में जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के कुलपति प्रो. परमेन्द्र कुमार वाजपेयी ने कहा कि गंगा सरयू ओर सोन नद के संगम पर स्थित चिरांद एक ऐसा पुरातात्विक व धार्मिक स्थल है जहां प्राचीन भारत की ज्ञान परम्परा अत्यंत समृद्ध रूप में हजारों वर्षों तक विद्यमान थीं। यहां जल संरक्षण व प्रकृति के साथ मानव की अनुकूलता पर आधारित सतत व स्थायी विकास का माडल भी उपलब्ध था, जिसके गवाह यहां से उत्खनन में उपलब्ध पुरातात्विक अवशेष हैं। प्राकृतिक संसाधन व मनोरम दृश्य व जनवायु से सम्पन्न इस स्थान में एक उत्तम पर्यटन केंद्र बनने की भी क्षमता है। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय चिरांद को लेकर शोध व अध्ययन कार्य को आगे बढ़ायेगा। साथ ही इस स्थल के युगानुकूल विकास को लेकर पेषेवर तरीके से योजना भी तैयार करायेगा। ताकि यहां विश्व के लोग आएं और लाभ उठाएं।
समारोह के मुख्य अतिथि छपरा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुनीत कुमार गर्ग ने कहा कि इस पुरातात्विक स्थल के गर्भ में मानव के उत्थान व पतन की कहानी पड़ी हुई है। यह स्थान श्रीराम के जन्म के लिए पुत्रेष्टि यज्ञ कराने वाल श्रृंगी ऋषि की भी जन्म स्थली है। इस अतिमहत्वपूर्ण स्थान के इतिहास से सभी को अवगत कराने का कार्य आवश्यक है।
समारोह के संरक्षक अध्योध्या के लक्ष्मणकिलाधीश महंत मैथिली रमण शरणजी महाराज ने कहा कि तीन पवित्रतमा नदियों के संगम पर स्थित इस परम तीर्थ का सम्बंध श्रीराम के आविर्भाव से है। इसके महत्व व गौरवशाली अतीत की जानकारी अब देश-विदेश के लोगों को होने लगी है। क्रूज से विदेशी पर्यटकों का यहां आना इसका उदाहरण है। वह दिन दूर नहीं जब सम्पूर्ण भारत ही नहीं बल्कि विदेश से भी यहां भारी संख्या में यात्री आने लगेंगे। चिरांद विकास परिषद के सचिव श्रीराम तिवारी ने अतिथियांे का स्वागत किया और परिशद का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। वहीं परिषद के अध्यक्ष कृष्णकांत ओझा ने चिरांद के गौरवशाली इतिहास का स्मरण कराते हुए उसके विकास की योजना पर संक्षिप्त में विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन चिरोद विकास परिषद के न्यासी रामदयाल शर्मा ने किया वहीं गंगा समग्र के जिला संयोजक डाॅ कुमारी किरण सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
छह लोगों को मिला चिरांद रत्न
आयोजित कार्यक्रम मे समाज मे अच्छे कार्य करने वाले छह लोगों को चिरांद रत्न दिया गया जिसमे
चिरांद के दलित वस्ती में रहकर वहां के बच्चों के लिए शिक्षा-संस्कार केंद्र चलाने वाले युवा संन्यासी दिव्यात्मा नन्द जी महाराज ,चिकित्सा के क्षेत्र मे डाॅ राजेश रंजन,शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र मे कार्य करने वाले राजकिशोर सिंह,जैविक खेती के लिए विजय चौरसिया, सांस्कृतिक धार्मिक गतिविधि के लिए अरूण पुरोहित तथा मनोज महतो को चिरांद रत्न से सम्मानित किया गया।
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