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मधेपुरा: बाबा सिंहेश्वर धाम एवं बाबा विशु राउत धाम चौसा भी राजकीय मेले में शामिल।

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:राजस्व और भूमि सुधार मंत्री ने 19.5 लाख रुपये का किया आवंटन

 बिहार न्यूज़ लाईव मधेपुरा डेस्क: जिला संवाददाता रंजीत कुमार

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बिहार का देवघर कहे जाने वाले मधेपुरा के बाबा सिंहेश्वर धाम के साथ साथ बाबा विशु राउत धाम, चौसा में भी अब राज्य सरकार द्वारा भव्य मेला का आयोजन किया जायेगा। दरसल राज्य में 14 जगहों पर लगाए जाने वाले श्रावणी मेले की सूची में सिंहेश्वर धाम का नाम नहीं रहने से स्थानीय लोग और श्रद्धालु क्षुब्ध थे। वही इस मामले में आज राजस्व और भूमि सुधार मंत्री द्वारा सकारात्मक पहल करते हुए इन दोनों जगहों को राजकीय मेला घोषित करते हुए सिंहेश्वर धाम मेला को 15 लाख और विशु राउत धाम, चौसा को 4.50 लाख रुपये की राशि का आवंटन कर दिया गया है। राजस्व और भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल आज सिंहेश्वर स्थान पहुँचे और भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने के बाद राशि के आवंटन की घोषणा की।

 

मंत्री ने कहा कि बिहार और झारखंड अलग होने के बाद सिंहेश्वर धाम मंदिर का अपना अलग महत्व है और बिहार के लिए सिंहेश्वर धाम मंदिर दूसरा बैद्यनाथ धाम मंदिर माना जाता है। राजस्व विभाग द्वारा श्रावणी मेले को लेकर बिहार के कुछ बाबा के धाम के लिए स्पेशल पैकेज का घोषणा किया था जो कि सरकार की सूची में दर्ज है। इसके बाद उन्हें मालूम हुआ कि इसमें सिंघेश्वर धाम का नाम नहीं है। जिसको लेकर सांसद पप्पू यादव, विधान पार्षद ललन सर्राफ, भाजपा नेता स्वदेश कुमार सहित कई लोगों द्वारा उन्हें अवगत कराया गया। वहीं मधेपुरा के डीएम द्वारा भी सिंघेश्वर को इस सूची में जोड़ कर राशि आवांटित करने का आग्रह किया गया था। इसके बाद कल उन्होंने पटना में स्पेशल बैठक बुलाकर बाबा सिंघेश्वर धाम और विशु राउत धाम, चौसा को राजकीय मेला की सूची में जोड़कर कुल 19.5 लाख रुपये का उप आवंटन किया है।

 

उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अगर और भी राशि की जरूरत पड़ेगी तो वो भी आवंटित किया जायेगा। वहीं सिंघेश्वर स्थान में अतिक्रमण को लेकर मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल एक्शन में दिखे। मौजूद अधिकारियों को उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द सिंघेश्वर को बुलडोजर चलवा कर अतिक्रमण मुक्त करवाया जाए और इसके बीच में जो भी बाधक हो उन एफआईआर दर्ज करवाया जाय।

 

 

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