मधेपुरा:पैक्स को 10 वर्षों पूर्व बेचा था किसान अपना धान, लेकिन अब तक नहीं हुआ धान का भुगतान, पैसे को लेकर दर दर भटक रहे किसान
:मुरली चंदवा गांव के दर्जनों किसानों ने लश्करी पैक्स को 10 वर्षों पूर्व बेचा था अपना धान, लेकिन अब तक नहीं हुआ धान का भुगतान, पैसे को लेकर दर दर भटक रहे किसान बहा रहे हैं आंसू।
: विभागीय अधिकारी दे रहे हैं तारीख पर तारीख, कई किसानों की हो चुकी है अब तक मौत।
रंजीत कुमार/मधेपुरा
उतर बिहार के मधेपुरा में लश्करी पंचायत के पैक्स में धान बेचकर मुरलीचंदवा गांव के गरीब किसान 10 वर्षों से बहा रहा है आंसू। इतना हीं नहीं अपनी मेहनत की कमाई का पैसा को लेकर अधिकारी और स्थानीय मंत्री सह विधान सभा के डिप्टी स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव से भी गुहार लगाकर थक चुके किसान, अब हाई कोर्ट के शरण में हैं। आलम यह है कि मजबूर किसान अब मीडिया से भी लगातार गुहार लगा रहे हैं।
ताकि क्रय धान की कीमत उन्हें आसानी से मिल सके। दरअसल मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत लश्करी पंचायत के मुरली चंदवा गांव का है मामला। जहां के किसान इन दिनों काफी परेशान है, पिछले 10 वर्ष पूर्व 2015/16 के दौरान सरकार को पैक्स के मार्फत से बेची गई धान की कीमत उन्हें अब तक नहीं मिल पाई है जिनके लिए वह पिछले 10 सालों से दर-दर भटकने को मजबूर हो गए हैं। बताया जा रहा है कि मुरली चंदवा गांव के करीब 77 किसानों के द्वारा आर्थिक वर्ष 2015-16 में उदाकिशुनगंज के लश्करी पैक्स के माध्यम से धान की बिक्री की थी लेकिन 23 किसानों का भुगतान अब तक नहीं हो पाया है।
आलम यह है कि परेशान 23 किसान भुगतान के लिए लगातार सरकारी बाबुओं के दफ्तर का चक्कर काटते रहे, थक हार कर इन किसानों ने माननीय उच्च न्यायालय का शरण लिया। हद की इंतहा तो ये है कि पटना उच्च न्यायालय के द्वारा किसानों के पक्ष में फैसला भी सुनाया गया और सहकारिता विभाग को तीन हफ्ते के अंदर किसानों के बकाया भुगतान करने का निर्देश और आदेश भी दिया गया। किंतु उच्च न्यायालय के निर्देश को भी अब 11 महीने बीत चुके हैं फिर भी इन किसानों का भुगतान नहीं हो पाया है लगातार कोर्ट के हीं तर्ज पर इन मजबूर किसानों को सरकारी बाबू दे रहे हैं तारीख पर तारीख, फिर भी नहीं हो पा रहा समस्या का कोई निदान । अब मजबूर होकर किसानों ने मीडिया मुहिम का लिया सहारा, लगाया मदद की गुहार।
वहीं बिहार न्यूज के जिला संवाददाता रंजीत सिंह ने लश्करी पंचायत के मुरली चंदवा गांव पहुंचकर किसानों से की बातचीत और उनकी परेशानी समझने का किया प्रयास। बिहार न्यूज लाइव के जिला संवाददाता को किसानों अपनी मजबूरी सुनाते हुए कहा कि खुद के रुपए लेने के लिए चक्कर लगाते लगाते कई किसान अब तक सुधार चुके हैं परलोक तो कुछ किसान परलोक सुधारने के कगार पर भी हैं, तो वहीं पीड़ित किसान जयकांत झा पैसे के अभाव में अपने बेटे का इलाज नहीं करवा पाया जिसकी वजह से उनके बेटा दिव्यांग हो गया है।
जब बिहार न्यूज के जिला संवाददाता ने मधेपुरा के सहकारिता विभाग का दरवाजा खटखटाया तो अधिकारी ने पहले वही टालमटोल की बात कही, लेकिन जब मैने अधिकारी को एक तिथि निर्धारित करने हेतु एक्शन मोड में अपनी बात मजबूती रखी तो सहकारिता विभाग के डीसीओ शिव शंकर कुमार ने अंतिम तिथि 15 नवंबर घोषित किया है उन्होंने कहा कि हर हाल में 15 नवंबर तक सभी 23 किसानों को क्रय धान की भुगतान कर दिया जाएगा।
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