बिहार न्यूज़ लाइव /मनीष कश्यप मुश्किलों के ऐसे चक्रव्यूह में घिर गए हैं…..जहां से उनका बाहर निकलना आसान नजर नहीं आ रहा है. जी हां आपको बता दें कि मनीष कश्यप को वापस जेल भेज दिया गया है. इससे पहले आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने उससे 5 दिन तक गहरी पूछताछ की….. लेकिन इस दौरान भी वो मनीष कश्यप का वो मोबाइल बरामद नहीं कर पाई, जिससे कथित तौर पर तमिलनाडु से जुडे़ फर्जी वीडियो अपलोड किए गए. हालांकि पूछताछ के बाद EOU की स्पेशल कोर्ट में मनीष कश्यप को पेश किया गया. इसके बाद SJM आदि देव ने मनीष कश्यप को न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया. इस मामले में अब संभावना है कि जल्द ही तमिलनाडु पुलिस मनीष कश्यप को अपने साथ ले जाएगी.
यहां गौर करने वाली बात यह है कि मनीष कश्यप को ले जाने के लिए तमिलनाडु पुलिस की एक टीम पटना आ चुकी है. इस टीम ने पटना की जिला अदालत में मनीष कश्यप को रिमांड पर लेने के लिए याचिका भी दायर की है. बता दें कि यूट्यूबर मनीष कश्यप पर तमिलनाडु के कृष्णागिरी और बरगुर थाने में अलग-अलग मामलों में FIR दर्ज है. इन्हीं मुकदमों से जुड़ी पूछताछ के लिए मनीष कश्यप को तमिलनाडु पुलिस रिमांड पर लेना चाहती है. इसके लिए तमिलनाडु पुलिस की टीम वहीं की अदालत से प्रोडक्शन वारंट लेकर आई है. तमिलनाडु पुलिस ने 14 दिनों की रिमांड मांगी है. इधर मनीष के पार्टनर और ‘सच तक’ कंपनी के डायरेक्टर मणि द्विवेदी पर भी EOU का शिकंजा कसता जा रहा है. उसके फ्लैट से आर्थिक अपराध इकाई ने 3 रजिस्टर और 2 चिप कार्ड बरामद किया है….जिसे जांच एजेंसी ने जब्त कर लिया है. बरामद किए गए रजिस्टर में रुपयों के लेन-देन का हिसाब लिखा हुआ है.
अब इस रजिस्टर को EOU की टीम काफी बारीकी से जांच करेगी….रुपयों का लेनदेन कब, क्यों और किसके साथ किए गए? इसकी पड़ताल होगी. हालांकि मणि द्विवेदी अब भी फरार है और जांच एजेंसी को उसकी तलाश है…. इसके मिलने के बाद कई नई बातें सामने आ सकती हैं. सबूत जुटाने के लिए टीम ने महेश नगर के रोड नंबर जीरो स्थित पूजा अपार्टमैंट के B ब्लॉक फ्लैट नंबर 201 में छापेमारी की थी. ये फ्लैट मणि द्विवेदी का है…. मनीष कश्यप यहां अक्सर ठहरता भी था. यानी कि मनीष कश्यप के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं. दरअसल अभी तक EOU उनसे जवाब खंगालने की कोशिश में था लेकिन अब तमिलनाडु पुलिस मामले में एक्शन लेने के लिए तैयार है. जिससे यह साफ है कि मनीष कश्यप की मुश्किलें फिलहाल खत्म होना आसान नहीं है.
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