बिहार न्यूज़ लाइव /सुल्तानगंज : तिलकामांझी स्मृति मंच के द्वारा शुक्रवार को तिलकपुर पुस्तकालय भवन में मां भारती के वीर सपूत और अंग प्रदेश के गौरवशाली परंपरा के धरोहर शहीद तिलकामांझी की पुण्यतिथि तैल चित्रों पर पुष्प अर्पित कर मनाया गया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि आज के दिन 13 जनवरी 1785 को अंग्रेजी सरकार ने शहीद तिलकामांझी को तिलकपुर से घसीटते हुए भागलपुर के तिलकामांझी चौक पर ले जाकर वटवृक्ष पर लटका फांसी दे दी थी।
महज 34 वर्ष की आयु में ही इन्होंने आदिवासियों और जनजातियों की छोटी-छोटी गुंटो को इकट्ठे कर अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों के खिलाफ व्यापक पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया और अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई।
इस दौरान वक्ताओं ने उनके सम्मान में सरकार से मांग किया है कि इनके नाम पर ही अगुवानी घाट पुल का नाम रखा जाए और तिलकामांझी की एक प्रतिमा का अनावरण किया जाए। इस मौके पर तिलकामांझी स्मृति मंच के संयोजक मनोरंजन कुमार मिश्रा ,तिलकपुर हाई स्कूल के पूर्व प्राचार्य बाल गोविंद सिंह जी ,निर्दोष कुमार मिश्रा ,अंगिका साहित्यकार अंजनी कुमार शर्मा ,रामसागर सिंह ,कन्हैया मिश्रा, विदुर मिश्रा व अन्य ग्रामीण लोग मौजूद थे।
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