पटना: फतुहा अंचलाधिकारी के द्वारा भूमि सुधार उपसमाहर्ता (DCLR) पटना सिटी के आदेशो का किया जा रहा है अवहेलना ।
अंचलाधिकारी फतुहा के द्वारा बिहार सरकार को बदनाम करने की की जा रही साजिश।
6 माह बीत जाने के बाद भी अंचलाधिकारी फतुहा के द्वारा किया जा रहा है नजरअंदाज।
आवेदन कर्ता दर-दर भटकने को है मजबूर। लेकिन पदाधिकारी के द्वारा नहीं किया जा रहा है कोई भी कार्य।
बिहार न्यूज़ लाइव /पटना सिटी:भूमि सुधार उप समाहर्ता, पटना सिटी के पत्रांक 1217 दिनांक 22/7/22 को लिखित आदेश के माध्यम से फतुहा अंचलाधिकारी को मिर्जापुर नोहटा थाना संख्या- 20, खाता संख्या -104 खेसरा नंबर- 264 से सम्बंधित भूमि का जमाबंदी संख्या- 460/1 पर बलदेव माली के नाम से कायम है जिसमें 14 डिसमिल भूमि से विभिन्न लोगों के द्वारा 10.854 डिसमिल कि भूमि क्रय कि जा चुकी है। इसके वाबजूद रकवा कम नहीं किया गया जिसकी लिखित आदेश भूमि सुधार उपसमाहर्ता के द्वारा फतुहा अंचलाधिकारी को दी गयी।
इसके वाबजूद 6 माह बीत जाने के बाद खेसरा 264 के जमाबंदी मे सुधार ना होना फतुहा अंचलाधिकारी के कार्य शैली प्रश्नचिन्ह लगा रहा है।सबसे बड़ी बात यह है कि फतुहा कर्मचारी हल्का कार्यालय में टुनटुन कुमार अजीत कुमार आदि दलालों का लगा रहता है जमबाड़ा स्थानीय होने का उठाते हैं फायदा आवेदक कर्ता को लगातार दौड़ाया जाता है।
सूत्रों के अनुसार दलालों के द्वारा बिना पैसा के नहीं किया जाता है कोई भी कार्य पैसा नहीं देने पर लगातार कार्यालय का लगवाया जाता है चक्कर।
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