बिहार न्यूज़ लाइव /दिल्ली में एक लड़की के साथ हैवानियत पर लोगों का गुस्सा एक बार फिर भड़कता नजर आ रहा है. आपको बता दें कि दिल्ली में नए साल के जश्न के दौरान स्कूटी सवार लड़की को टक्कर मारने और फिर कई किमी तक घसीटने का मामला गंभीर हो गया है. इस घटना के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़क गया है. बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे सुल्तानपुरी थाने पहुंचे और प्रदर्शन किया. इस दौरान कुछ लोग पुलिस वालों को धक्का देकर थाने में घुस गए. वहीं आम आदमी पार्टी की विधायक राखी बिड़लान को भी गुस्से का शिकार होना पड़ा. जैसे ही राखी मौके पर पहुंची, लोगों ने उनकी कार को घेर लिया और तोड़फोड़ की. लोगों ने यह आरोप लगाया कि 2 दिनों के बाद आम आदमी पार्टी की विधायक राजनीति करने के लिए आयी हैं. इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि आरोपियों में एक भाजपा नेता भी शामिल है….इसलिए पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है. दरअसल पांच आरोपियों में से एक मनोज मित्तल बताया जा रहा है जो भाजपा नेता है.
बता दें कि इस घटना पर दिल्ली के उपराज्यपाल ने कहा कि कार सवार अपराधियों की राक्षसी असंवेदशीलता से हैरान हूं. उन्होंने कहा कि मेरा सिर शर्म से झुक गया है. वहीं उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे इस पर नजर बनाए हुए हैं. वैसे लड़की का शव बिना कपड़ों के पुलिस को मिला. इसके बाद से ही आशंका जताई जा रही थी कि कहीं लड़की से दुष्कर्म भी तो नहीं हुआ? लेकिन अब दिल्ली पुलिस ने इस पर स्पष्टीकरण दिया है. आउटर दिल्ली के डीसीपी हरेंदर कुमार सिंह के मुताबिक, लड़की के साथ यौन शोषण या रेप की बात गलत है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर लोग ऐसी फेक न्यूज़ फैला रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. जबकि लड़की की मां और चाचा ने आशंका जताई है कि उनके बेटी के साथ कुछ तो गलत हुआ है. हरेंदर कुमार ने अपने ताजा बयान में कहा है कि हमारी जांच के अनुसार, यह एक दुर्घटना थी और कार में मौजूद सभी 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. वैसे जांच के दौरान एक आरोपी ने बताया कि उसकी कार की लड़की की स्कूटी के साथ टक्कर हो गई थी,
लेकिन उसको यह मालूम नहीं था जिसकी वजह से वह कई किलोमीटर तक कार के साथ घिसटती चली गई. खैर असली सच्चाई तो पोस्टमार्टम होने के बाद ही सामने आएगी…. लेकिन जिस तरह से लोग भड़के हुए हैं… वहीं जिस तरह से इस केस में एक आरोपी का संबंध भाजपा से बताया जा रहा है …..और इस मामले को लेकर जिस तरह से केजरीवाल सरकार आक्रामक है. उससे यह साफ है कि जब तक इस मामले में पीड़िता को न्याय नहीं मिल जाता….तब तक दिल्ली में कड़ाके की ठंड में भी वहां का राजनीतिक तापमान गर्म रहेगा.
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