घर पर पूर्व मंत्री नहीं मिले तो स्टाफ से पूछताछ कर लौटी
*नाबालिग लड़की से रेप के मामले की जांच जारी
बिहार न्यूज़ लाइव जयपुर डेस्क: जयपुर/(हरिप्रसाद शर्मा) राजस्थान सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के सरकारी बंगले पर गुरुवार को अचानक पुलिस पहुंच गई। लाला डायरी वाले राजेंद्र गुढ़ा वहां नहीं मिले तो स्टाफ से पूछताछ करने के बाद पुलिस की टीम वापस लौट गई। बताया गया कि जोधपुर पुलिस जिले के ग्रामीण क्षेत्र के पीपाड़ थाने में दर्ज एक पॉक्सो मामले में जांच करने के लिए जयपुर के अस्पताल रोड स्थित राजेंद्र गुढ़ा के सरकारी बंगले पर पहुंची थी।
बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की ओर से लाल डायरी के मामले पर दोबारा की गई प्रेस वार्ता के अगले ही दिन सुबह-सुबह पुलिस उनके बंगले पर पहुंच गई। जोधपुर पुलिस की टीम सादा कपड़ों में और प्राइवेट गाड़ी लेकर पहुंची थी। ताकि किसी को भनक न लगे। जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने गुढ़ा के जयपुर स्थित सरकारी आवास परिसर क्षेत्र में आकर उनके स्टाफ से गुढ़ा के बारे में पूछताछ की। जोधपुर में दर्ज पॉक्सो के एक मामले की जांच करने पुलिस यहां आई, नाबालिग के दुष्कर्म के मामले में आरोपियों की जोधपुर में गिरफ्तारी हुई है।
ज्ञातव्य है कि 2 जुलाई को पीपाड़ थाने में नाबालिग से दुष्कर्म और किडनैपिंग का मामला दर्ज हुआ था। इसी मामले में जोधपुर की पीपाड़ सिटी पुलिस टीम ने गुढ़ा के बंगले पर आकर काफी देर तक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पुलिस ने वहां मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की है। सीसीटीवी वीडियो देखने के बाद पुलिस टीम बंगले से रवाना हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जोधपुर पुलिस ने बताया कि 2 जुलाई 2023 को पीपाड़ थाने में एक नाबालिग बच्ची की किडनैपिंग और रेप का मामला दर्ज हुआ था। जिसकी तफ्तीश लिए वह आए हैं। सूत्रों के अनुसार तत्कालीन मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा के सरकारी बंगले में बने गार्ड रूम में उस लड़की को रखा गया था। जोधपुर पुलिस ने उस गार्ड रूम के सीसीटीवी और बंगले के गेट के सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं, इसमें पुलिस की टेक्नीकल टीम भी शामिल थी।
पुलिस जांच में जुटी है कि नाबालिग लड़की को गुढ़ा के बंगले पर रखा गया था या नहीं। उसके सबूत जुटाए जा रहे हैं। जोधपुर पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव के अनुसार पॉक्सो एक्ट के मामले में फिलहाल 2 आरोपी पुलिस हिरासत में हैं। जांच के लिए उन आरोपियों के साथ ही पुलिस टीम जयपुर आई है। ऐसा पता लगा है कि वारदात का एक घटनास्थल जयपुर में है और पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने एक अस्थाई रैन बसेरा बनाया था, जिसे घटनास्थल बताया गया है। यह शुरुआती जानकारी है। जिसकी पूरी जांच पड़ताल के बाद ही सच सामने आएगा।
राजेन्द्र गुढ़ा को इसकी शायद भनक लग चुकी थी। गुढ़ा अपने विधानसभा क्षेत्र उदयपुरवाटी में ऊंटगांड़ी यात्रा निकाल रहे हैं। 2 अगस्त को कल ही राजेन्द्र गुढ़ा ने लाल डायरी के तीन पेज की कुछ लाइनें फोटो कॉपी के जरिए प्रेसवार्ता के दौरान रिलीज कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे, प्राइवेट सेक्रेटरी और विधानसभा अध्यक्ष का नाम लेकर आरसीए चुनावों में हुए लेनदेन का जिक्र किया था।
गुढ़ा ने इस दौरान आशंका जताई थी कि राज्य सरकार उनके खिलाफ कई मुकदमे कर रही है और उन्हें जेल भेज सकती है। राजेंद्र गुढ़ा ने यह भी बताया था कि मैं अब इस बंगले पर नहीं रहता हूं और शिफ्ट हो चुका हूं।
परिवार भी जयपुर में अस्पताल रोड वाले बंगले पर नहीं रहता है। डेढ़ साल पहले ही मुख्यमंत्री गहलोत खेमे से अनबन के बाद से परिवार को निजी मकान में शिफ्ट कर दिया था। इस बंगले में जनसुनवाई करता हूं और प्रेसवार्ता बुलाई है। एसएमएस अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले क्षेत्र के लिए लोग यहां ठहरते हैं।
Comments are closed.