301 गरीब एवं असहाय लोगों के बीच कंबल का बितरण
बिहार न्यूज़ लाइव मुंगेर असरगंज, मुंगेर: असरगंज बस स्टैंड स्थित संत नागा निरंकारी पथिक आश्रम में रविवार को ब्रह्मलीन त्यागमूर्ति परम् पूज्य गुरुदेव स्वामी पथिक जी महराज की 115 वीं जयंती धूमधाम से श्रद्धा पूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया था। हरिद्वार से पधारे स्वामी सुबोधानंद जी महराज ने पथिक जी महराज के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 15जनवरी 1909 ई को उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में गुरुदेव का अवतरण हुआ था।
जिन्होंने हरिद्वार के पावन गंगा तट पर 89 वर्ष की उम्र में 10 जून 1997 ई को अपना शरीर त्याग कर परमपद में लीन हो गए। सेवा त्याग एवं प्रेम की दिव्य विभूति से पूर्ण इस महापुरुष ने संसार से विरक्त रहकर निर्धन,असहाय एवं रोगीजनों की सेवा की। साथ ही आध्यात्मिक ज्ञान का उपदेश करते हुए लाखों लोगों का परमार्थ पथ का पथिक बनाया।हम सभी शिष्य एवं भक्त लोग उनके बताए मार्ग पर चलकर ही उनके भक्त कहलाने का अधिकारी कहला सकते हैं।
जन्म दिन के मौके पर सत्संग, भजन ,हवन ,भंडारा सहित अन्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिनमें अनेक जिलों से भक्त जन उपस्थित हुए। वहीं जरुरत मंद एवं अभाव पीड़ित नर -नारियों के बीच स्वामी जी मुखिया डॉ राकेश कुमार पूर्व जिल पार्षद अनिल बैध के द्वारा 301 कंबल वितरण किया गया। इस अवसर पर शंकर बाबा, रंजीत बाबा, रामेश्वर जी, रामदास, कार्तिक साह, मुकेश मांझी , त्रिवेणी शर्मा, उमाशंकर दास , सीताराम साह सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इसी क्रम में रहमतपुर बासा स्थित संत माब्रजरानी समाधि मंदिर एवं संत पथिक विद्या मंदिर अद्रास के प्रांगण पथिक जी की जयंती स्वामी डॉ अखिलेंद्र जी महाराज की उपस्थिति में धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर प्रवीण कुमार सिंह, कुंदन कुमार सहित सैंकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।
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