• बैठक में रुडी और सिग्रीवाल भी होंगे मौजूद
• सांसद सिग्रीवाल ने कहा, बर्बरतापूर्ण सामुहिक नरसंहार है मुबारकपुर कांड
• पीड़ितों को मिले मुआवजा, आपराधिक पृष्ठभूमि का मुख्य आरोपी शीघ्र हो गिरफ्तार
• बिहार की गिरती विधि व्यवस्था 90 के दशक की दिला रहा है याद
• सांसद सिग्रीवाल ने कहा, बिहार की घटती विधि व्यवस्था पर केंद्र सरकार चिंतित
छपरा: बर्बरतापूर्ण सामुहिक नरंसहार वाले मांझी प्रखंड के मुबारकपुर काण्ड पर केंद्र सरकार गंभीर है। गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को समीक्षा बैठक करेंगे। सारण सांसद राजीव प्रताप रुडी और महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर केंद्रीय टीम को छपरा भेजने की मांग की है। संसद के बाहर दोनों सांसदों ने पत्रकारों को इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार की नजर में यह छोटी ग्रामीण घटना है लेकिन वास्तव में यह बड़ी ही गंभीर सामाजिक आपदा है जो पूरे राज्य को अपने आगोश में ले लेगा।
महाराजगंज सांसद सिग्रीवाल ने कहा कि जिस प्रकार मांझी में बर्बरतापूर्ण घटना हुई उसे जंगलराज रिटर्न नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे। माननीय प्रधानमंत्री जी ने भी इस घटना को अपने संज्ञान में लिया है। बिहार के अंदर घटते विधि व्यवस्था पर भी चिंतित है। राज्य में थाने के सामने घटनाएं घट रही है, दिन दहाड़े मुजफ्फरपुर में कार रोक कर लड़की का अपहरण कर लिया जा रहा है। जहां 13 IPS तैनात है वहां दो हफ्ते में 11 लोगों को गोली मार दी जाती है। ऐसी हजारों घटनाएं घट रही है जो घटती विधि व्यवस्था का प्रमाण है।
सिग्रीवाल ने कहा मुबारकपुर कांड में आपराधिक पृष्ठभूमि के मुख्य आरोपी को अभी तक गिरफतार नहीं किया गया है जबकि उपद्रव के नाम पर निर्दोषों को आरोपी बनाकर प्रताड़ित किया जा रहा है। मुबारकपुर में हुआ बर्बरतापूर्ण सामुहिक नरसंहार बिहार में गिरती विधि व्यवस्था का स्पष्ट प्रमाण है। उन्होंने कहा कि सरकार पीड़ितों को मुआवजा दें और मुख्य अपराधी को शीघ्र गिरफ्तार करे। अब तक मुख्य आरोपी का न गिरफ्तार होना उसकी राजनीतिक सांठ गांठ की ओर इंगित करता है। यह ठीक 90 वाली स्थिति को याद दिला रहा है जब लोग भयभीत जीवन जी रहे थे, सामुहिक नरसंहार हो रहे थे और अपराधी निर्भय होकर अपराध को अंजाम दे रहे थे।
सांसद रुडी ने कहा कि वैसे भी बिहार देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा विकास के मानकों पर बहुत पीछे है। राज्य सरकार समाज को जातियों में बांटने के लिए जातिगत गणना भी करा रही है यह सामाजिक जातिगत विद्धेष को और बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा कि इसपर मेरी शुरू से मांग रही है कि बिहार ही नही पूरे देश में जातिगत गणना नहीं होनी चाहिए। इससे लोगों को जाति को जाति में बांटकर वर्तमान महागठबंधन की सरकार अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना चाहती है। इसी का प्रतीक है मांझी की घटना जिसे बड़े ही गंभीरता से केंद्र सरकार ने लिया है।
रुडी ने कहा कि राज्य में अराजकता और अव्यवस्था की स्थिति बनी हुई है। तनाव अभी बरकरार है, स्थिति गंभीर है। यही कारण है कि गृहमंत्री सोमवार को विशेष बैठक आहूत कर रहे है जिसमें समीक्षा होगी। उन्होंने कहा कि हम दोनों ने गृहमंत्री से मांग की है कि केंद्रीय टीम मुबारकपुर भेजी जाय।