27 वें भोजपुरी अधिवेशन टाटा में मॉरिशस की सरिता बुद्धु करेंगी पुरस्कृत
फोटो 03 गायिका प्रीति-कृति
बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क: रसूलपुर।इस वर्ष का ब्रजकिशोर दूबे नवोदित गायिका का राष्ट्रीय पुरस्कार सारण जिले के रसूलपुर थाना के माधोपुर गांव की प्रीति- कृति बहनों को संयुक्त रुप से दिया जायेगा।जमशेदपुर ( झारखंड ) के ऐतिहासिक ‘ तुलसी भवन ‘ में 16-17 दिसम्बर, 2023 को वरीय साहित्यकार डॉ ब्रजभूषण मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के सत्ताईसवें अधिवेशन में मारिशस की विश्व प्रसिद्ध भोजपुरी लेखिका श्रीमती सरिता बुद्धु उक्त पुरस्कार गायिका बहनों को प्रदान करेंगी। सम्मेलन के महामंत्री प्रो. ( डॉ. ) जयकान्त सिंह ‘ जय ‘ ने बताया कि पिछले दिनों पटना में सम्मेलन के पुरस्कार चयन समिति द्वारा प्रीति- कृति के नामों का चयन किया गया।सम्मेलन के स्वर्ण वर्ष व काल के उद्घाटन सत्र में भोजपुरी के पारम्परिक मंगलगान ‘ गाई के गोबरे महादेव की प्रस्तुति भी प्रीति -कृति बहनें करेंगी।इसके अलावे बटोहिया गीत भी गाये जायेंगे।भोजपुरी के प्रसिद्ध गायक, गीतकार व राष्ट्रपति पुरस्कार से पुरस्कृत स्व ब्रजकिशोर दूबे के नाम से अखिल भारतीय भोजपुरी सम्मेलन द्वारा प्रारम्भ किये गये नवोदित गायक कलाकार का पुरस्कार पाने वाली सगी बहनें प्रीति कृति को लोक गायन की गायकी पिता लोकगायक व शिक्षक रामेश्वर गोप व दादा हरेश्वर गोप से विरासत में मिली है।सोशल मीडिया पेज व विभिन्न टीवी चैनलों पर भोजपुरी के पारम्परिक गायन की प्रस्तुति करने वालीं इन गायिकाओं के लाखों प्रशंसक हैं।माधोपुर उत्क्रमित हाईस्कूल की छठे वर्ग की छात्राएं प्रीति- कृति के पुरस्कृत होने की खबर पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रागिनी कुमारी ने हर्ष व्यक्त किया है।
स्वर्ण वर्ष काल में हो रहा सम्मेलन का 27 वां अधिवेशन
देश विदेश के जूटेंगे सैकड़ोंं साहित्यकार
रसूलपुर।अखिल भारतीय भोजपुरी समम्लेन का टाटा नगरी में आयोजित 27 वां अधिवेषण अपना स्वर्ण वर्ष काल में प्रवेश में प्रवेश कर गया है।सम्मेलन के महामंत्री डॉ प्रो जयकांत सिंह जय के अनुसार इस अधिवेशन को ऐतिहासिक बनाने के लिए जोर शोर से तैयारी चल रही है।
दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान सांस्कृतिक सत्र एवं कवि सम्मेलन में भारत, नेपाल और मारिशस के आए कलाकार और कवि अपनी प्रस्तुति देंगे। इस अवसर पर पुस्तक प्रदर्शनी, वैचारिक गोष्ठी, पुस्तक एवं पत्रिकाओं का लोकार्पण, विविध साहित्यिक – सांस्कृतिक क्षेत्र में काम करे वालों का सम्मान – पुरस्कार, भोजपुरी से सम्बन्धित अनेक प्रस्ताव आदि के अलावे महामंत्री द्वारा भोजपुरी भाषा और आंदोलन के लिए भावी योजना की घोषणा की जायेगी।
इस बार सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे भोजपुरी भाषा के वरीय साहित्यकार डॉ. ब्रजभूषण मिश्र। संवैधानिक तरीके से लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन करने वाली राष्ट्रीय स्तर की यह एक मात्र ऐसी संस्था है जो विगत पचास वर्षों से भोजपुरी भाषा को वैश्विक पहचान दिलाने सतत् सक्रिय रही है और भी अपनी सकारात्मक ऊर्जा को इस दिशा में लगाए हुए है। सन् 2023 इस संगठन का स्वर्ण वर्ष और स्वर्ण काल दोनों माना जा रहा है।
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