सड़क दुर्घटना में स्कूल का टेंपो पलटने से एक छात्र की मौत, अन्य बच्चे घायल
मुआवजे की मांग को लेकर परिजनों ने दो घंटे तक सड़क किया जाम
मौके पर पहुंचे सीईओ एवं बीडियो के आश्वासन के बाद हटा जाम
बिहार न्यूज़ लाइव /भागलपुर डेस्क: अकबरनगर:: अकबरनगर भागलपुर मुख्य मार्ग एनएच 80 पर गुरुवार को स्कूल से बच्चे को लेकर घर छोड़ने जा रहे एक टेंपो रसीदपुर मस्जिद के समीप असंतुलित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें एक छात्र श्रीरामपुर निवासी बंटी कुमार के लगभग 8 वर्षीय पुत्र अभिराजकुमार की मौत हो गई।सड़क दुर्घटना में मृत छात्र के बहन चाहत कुमारी सहित अन्य बच्चे भी घायल हो गए। जिसे परिजनों द्वारा इलाज के लिए ले जाया गया। घटना की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिजन आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंचे। छात्र के शव को अपने कब्जे में लेकर मुआवजे की मांग कर थाना के समीप शव को रखकर अकबरनगर भागलपुर मुख्य मार्ग को बाधित कर दिया। स्थानीय थाना पुलिस पहुंचकर परिजनों को काफी समझाने का प्रयास किया। लेकिन परिजन उचित मुआवजे की मांग करते हुए अधिकारियों के आने की मांग पर अड़े थे। इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। स्थानीय लोग टेंपो आदि से उतरकर पैदल ही अपने गंतव्य स्थान की ओर निकल पड़े तो वही दूरदराज जाने वाले यात्री जाम छूटने की प्रतीक्षा में सड़क पर खड़े रहे।करीब डेढ़ घंटे बाद जाम की सूचना पाकर मौके पर सुल्तानगंज बीडियो मनोज कुमार मुर्मू, सीईओ रवि कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर रतनलाल ठाकुर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अंजीत कुमार, वार्ड आठ के पार्षद पिंटू कुमार मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंचकर परिजनों से बात कर सरकारी प्रावधान के तहत मिलने वाले उचित मुआवजा देने की बात कही। इसके बाद परिजन जाम हटाने को राजी हुए। करीब दो घंटे बाद सड़क मार्ग से शव को हटाया गया। तब जाकर आवागमन सड़क पर सुचारू रूप से चालू हो सका।जिसके पुलिस ने आवश्यक कार्यवाही कर छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेज दिया। सीईओ रवि कुमार ने बताया कि सरकार के प्रावधान के तहत जो भी उचित मुआवजा होगा पीड़ित के परिजनों को दिया जाएगा। साथ उन्होंने बताया कि चालक की लापरवाही की बात सामने आ रही है।इसमे जांच की जाएगी स्कूल का निबंधन था या नहीं जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर स्कूल प्रबंधक के ऊपर कार्रवाई की जाएगी। इधर मृत छात्र के पिता बंटी यादव ने थाना में लिखित रूप से आवेदन देकर टेंपो चालक मो समीर एवं एबीएस निकेतन के स्कूल प्रबंधक रविंद्र शर्मा पर केस दर्ज कराया है।
हादसे के बाद गाड़ी छोड़ भाग रहे चालक को खदेड़कर पकड़ा, पुलिस को सौंपा
परिजनों ने बताया कि रोज की तरह अकबरनगर पूर्वी टोला स्थित एबीएस निकेतन स्कूल में पढ़ने गया था। स्कूल से छुट्टी होने के बाद टेंपो से अपने घर आ रहा था।इसी दौरान टेंपो असंतुलित होकर बीच सड़क पर पलट गई। हादसे के बाद जबतक लोग कुछ समझते चालक भाग निकलने के फिराक में था।परिजनों ने खदेड़ कर स्कूल के ऑटो चालक मो समीर को पकड़कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क पर असंतुलित होकर ऑटो पलटने के बाद घायल बच्चों को किसी तरह निकाला गया। इसमें एक बच्चा अभिराजकुमार गंभीर रूप से घायल था। टेंपो चालक घायल बच्चे को इलाज के लिए ना ले जाकर स्कूल की तरफ ले जाने लगा। जिस वजह से बच्चे की इलाज में देरी हो गई और उन्होंने अपना दम तोड़ दिया।स्थानीय लोगों का कहना था कि यदि समय पर इलाज के लिए ले जाया जाता तो बच्चे की जान बच सकती थी।
दो भाई एवं एक बहन में सबसे बड़ा था अभिराज
सड़क दुर्घटना में छात्र की मौत होने की सूचना गांव में आग की तरह फैली। लोगों का हुजूम घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। परिवार वालों में चीख-पुकार की गूंज सुनाई देने लगे। परिजनों के चित्कार से वहां मौजूद हर लोगों की आंखें गमगीन हो जा रही थी।सड़क दुर्घटना में मृत छात्र अभिराज अपने दो भाई एवं एक बहनों में सबसे बड़ा था।घर मे सबका दुलारा भी था। मां कल्पना देवी अपने कलेजे के टुकड़े के चेहरे को देखकर चित्कार मार बार-बार बदहवास हो जा रही थी। तो वही पिता भी अपने बेटे के चेहरे को देखकर फफक कर रो जा रहे थे। दादा लाले यादव भी अपने पोते के चेहरे को देखकर एक कोने में खड़ा होकर गमगीन हो जा रहे थे। बस एक ही बात कह रहे थे भगवान इस छोटे से बच्चे का क्या दोष था जो इतनी जल्दी हम लोगों से दूर कर दिया। यह नजारा देख वहां मौजूद सारे लोग गमगीन हो जा रहे थे। परिजनों ने बताया कि दो भाई एवं एक बहनों में अभिराज सबसे बड़ा था इसमें एक उसकी छोटी बहन चाहत वह भी दुर्घटना में जख्मी हो गई है। इसका इलाज चल रहा है।एक छोटा भाई आरव कुमार है।
बिना निबंधन के स्कूल एवं मानकों की धज्जियां उड़ा कर चलती है गाड़ियां
क्षेत्रों में ऐसे कई स्कूल है जो बिना निबंधन के ही चलती है।धड़ल्ले से स्कूल की गाड़ियां भी मानकों को ताक पर रखकर बच्चे को लेकर आती जाती रहती है। स्कूल की गाड़ियां ऐसी कि चालक के पास ना तो ड्राइविंग लाइसेंस रहती है। ना स्कूली बच्चों को ले जाने वाली गाड़ियां मानक के अनुरूप। इसे ना तो कोई रोकने वाला होता है ना कोई कहने वाला जिस वजह से आए दिन इस तरह के हादसे देखने को मिलते हैं। यदि प्रशासन एवं शिक्षा विभाग सजग होकर कार्रवाई करें तो इस तरह के हादसे को टाला जा सकता है। हालांकि इस मामले के बाद पूछे जाने पर सीईओ ने बताया कि यदि बिना निबंधन के ही स्कूल चलाया जा रहा है एवं स्कूल का वाहन मानकों के अनुरूप नहीं था।इसके लिए जांच कर स्कूल प्रबंधक के ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।