भागलपुर, बिहार न्यूज लाइव। नवगछिया के तेतरी गांव में जीविका समूह द्वारा 18 लाख 95 हजार 214 रुपये गबन के मामले में की जांच जीविका के राज्य स्तरीय टीम ने तेतरी स्थित पंजाब नेशनल बैंक में जांच किया। टीम का नेतृत्व अजय कुमार कर रहे थे।
जीविका समूह की पीड़ित महिलाओं में कहा कि टीम के सदस्यों को उनलोगों ने मामले की पूरी जानकारी दी है जबकि टीम ने उनलोगों को आश्वासन देते हुए कहा है कि मामले पर एक जांच टीम का गठन कर जांच कराया जाएगा और दोषी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।इधर नवगछिया के एसडीपीओ दिलीप कुमार ने भी मौके पर पहुंच कर मामले में तहकीकात की है। एसडीपीओ ने भी महिलाओं को आश्वासन दिया है कि मामले में कार्रवाई की जाएगी।
इधर जानकारी मिली है कि बैंक से की गयी अवैध निकासी का रकम बिहार के बाहर के कई राज्यों के खाते में भेजा गया है। अब पूरी जालसाजी की घटना बैंक कर्मियों और जीविका समूह की लेखपाल की मिली भगत से अंजाम दिये जाने की बात कही जा रही है।बात सामने आयी है कि सक्षम सदस्यों का फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक से निकासी की गयी है।
बैंक से फर्जी हस्ताक्षर के आधार पर कैसे निकासी कर ली गयी यह जांच का विषय है। हालांकि बैंक ने स्पष्ट कहा है कि सबों का हस्ताक्षर उनके यहां कम्प्यूटर में दर्ज हस्ताक्षर से मेल खा रहा है। हालांकि बैंक का किसी भी प्रकार का अधिकृत बयान सामने नहीं आया है। इधर महिलाओं ने कहा कि कुछ छः समूह की सक्षम महिलाओं का फर्जी हस्ताक्षर कर रकम की निकासी की गयी है।
कंचन देवी ने कहा नवगछिया थाने में अब तक एक समूह की प्राथमिकी ही दर्ज की गयी है जबकि पांच समूहों से हुए गबन के मामले को अनुसंधान में सामने लाने का आश्वासन पुलिस द्वारा दिया गया है। पूरे मामले पर नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज नजर बनाए हुए हैं।