भागलपुर: डीएम ने जल-जीवन-हरियाली अन्तर्गत संचालित विभिन्न कार्यों की स्थिति की विस्तृत समीक्षा कर दिये दिशा निदेश ।
भागलपुर, बिहार न्यूज लाईव। सोमवार को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जल-जीवन-हरियाली अन्तर्गत संचालित विभिन्न कार्यों की अद्यतन स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई एवं यथोचित दिशा निदेश दिये गये। अमृत सरोवर की अद्यतन क्रियान्वयन स्थिति समीक्षा के क्रम में जानकारी दी गई कि प्रखंडों में समेकित रूप से 49 स्थलों पर अमृत सरोवर का कार्य पूर्ण है।
निर्धारित लक्ष्य के अनुसार शेष 34 स्थलों पर अमृत सरोवर संबंधि कार्य अविलम्ब प्रांरभ कराने एवं पूर्ण कराने हेतु निदेशित किया गया है। भू-जल स्तर में वृद्धि हेतु जल-जीवन-हरियाली अन्तर्गत क्रियान्वित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में यह तथ्य उभर कर सामने आया कि श्रेणी ए (जहां 50 फीट तक जल स्तर में गिरावट है) से संबंधित 03 पंचायत यथा कहलगांव प्रखंड के रामजानीपुर पंचायत, पीरपैंती प्रखंड के पीरपैंती पंचायत एवं सलेमपुर पंचायत में भू-जल स्तर में वृद्धि हेतु क्रियाशील योजनाओं की संख्या 35 एवं पूर्ण योजनाओं की संख्या 131 है।
श्रीणी बी (जहां 40 से 50 फीट तक जल स्तर में गिरावट है) से संबंधित कहलगांव प्रखंड में में क्रमशः अंतीचक, नन्दलालपुर, पीरपैंती प्रखंड में बाड़ा एवं पारसबन्ना, सन्हौला प्रखंड में बड़ी नाकी पंचायत है। उक्त 05 पंचायतों में पूर्ण की गई योजनाओं की संख्या 349 है एवं समस्या निवारण हेतु क्रियाशील योजनाओं की संख्या 86 है। श्रेणी सी (जहां 30-40 फीट तक जल स्तर में गिरावट है) से संबंधित पंचायतों की संख्या कहलगांव, पीरपैंती, सबौर, सन्हौला, जगदीशपुर, गौराडीह, नाथनगर में समेकित रूप से 40 है। समस्या निवारण हेतु क्रियाशील योजनाओं की संख्या 911 एवं पूर्ण हो चुकी योजनाओं की संख्या 3174 है। उक्त वर्णित श्रेणी ए, श्रेणी बी, तथा श्रेणी सी अन्तर्गत 07 प्रखंड में चिन्हित कुल 48 पंचायतों में भू-जल स्तर में वृद्धि हेतु जल-जीवन-हरियाली अन्तर्गत चैक डेम, वृक्षा रोपण, सोख्ता, पईन, आहर, खेत, पोखर, तालाब एवं अमृत सरोवर संबंधि कार्य द्रूत गति से प्रगति पर है, पूर्ण किया जा चुके हैं।
विस्तृत समीक्षा के क्रम में कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा सबौर एवं पीरपैंती द्वारा किये जा रहे कार्यो की प्रगति अत्यंत असंतोषजनक पाई गई है। तदनुसार उक्त वर्णित संबंधित पदाधिकारियों के विरूद्ध अविलंब अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रारंभ करने का निदेश दिया गया है। सभी कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा को निर्धारित कार्यों के समयक गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन हेतु आवश्यक कार्रवाई का निदेश दिया गया है।
पौधशाला सृजन समीक्षा के क्रम में जीविका एवं वन विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए आगामी दिनों में न्यूनतम् दो लाख पौधा रोपण के लक्ष्य प्राप्ति हेतु आवश्यक कार्रवाई का निदेश दिया गया है। समीक्षा के क्रम में जगदीशपुर प्रखंड में कतरनी धान के उत्पादन में गुणात्मक वृद्धि हेतु सिंचाई प्रयोजनार्थ, जगदीश्पुर में कम से कम 04 चैक डैम निर्माण का सुझाव दिया गया,
तदनुसार जिला कृषि पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा, संबंधित कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा एवं अभियंता को चैक डैम सृजन हेतु अविलंब स्थल चिन्हित करने एवं तत्संबंधि प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया है। बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा सहित अन्य संबंधित उपस्थित थे।
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