बिहार न्यूज़ लाइव / अररिया डेस्क: अररिया। जिला के भरगामा प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न चौक चौराहों पर हाल के दिनों में गांजा की तस्करी काफी परवान पर है। मादक पदार्थ गांजा,अफीम,स्मैक,कोरेक्स,देशी एवं विदेशी शराब की तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रशासनिक प्रतिबंध के बावजूद भी भरगामा थाना क्षेत्रों में लगातार नशे का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। हालांकि पुलिस को शिकायत मिलने पर कभी-कभी कार्रवाई भी होती है। लेकिन हाल के दिनों में गांजा न केवल शहरों बल्कि गांवों में भी आसानी से मिल जाता है। शहरों और गांवों में संचालित किराना दुकानों व पान दुकानों एवं चाय दुकानों में गांजा की पुड़िया आसानी से दस से बीस रुपए में उपलब्ध हो जाती है। दाम कम होने के कारण इसे कोई भी खरीद लेता है।
हालांकि नाम नहीं छापने के शर्त पर कुछ दुकानदारों ने बताया कि सिमरबनी चौक,शंकरपुर फुटानी हाट,शंकरपुर बघुवा राजपूत टोला,शंकरपुर राम टोला चौक,शंकरपुर आदिवासी टोला,महथावा बुद्ध चौक,रघुनाथपुर हाट,पैकपार चौक,भरगामा बाजार,खुजरी बाजार,सोकेला पेट्रोल पंप चौक,ब्लॉक चौक,वीरनगर चौक,चरैया हाट,जेबीसी चौक,चंडी स्थान के विभिन्न चाय,पान एवं किराना दुकान में बड़े पैमाने पर मादक पदार्थों बेची जाती है। इस कार्य में भरगामा के भी कई तस्कर गिरोह संलिप्त हैं। हालांकि पुलिस दबिश में अभी तक कई गिरफ्तार भी हुए हैं लेकिन पुलिस उनसे कुछ खास उगलवा नहीं पाई है।
प्रेस का हो रहा दुरुपयोग।
अपने वाहनों में प्रेस लिखवाना फैशन बन गया है। ऐसे लोग जिनका दूर-दूर तक मीडिया से किसी प्रकार नाता नहीं होता वे लोग भी अपने छोटे,बड़े सभी वाहनों में प्रेस लिखाकर रौब दिखाते रहते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सामान आपूर्ति करने वाले व्यापारी तक अपने चार पहिया वाहनों में प्रेस लिखाकर सामान बेचते रहते हैं। आमतौर पर ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई से बचने और पार्किंग पर लगने वाले शुल्क से बचने के लिए भी लोग प्रेस का स्टीकर लगाते हैं।
तह तक नहीं जाती पुलिस।
गांजा तस्करों को पकड़ने के बाद पुलिस कार्रवाई तो करती है किंतु आरोपी से यह जानने की शायद कोशिश नहीं की जाती कि आखिर उसे गांजा की सप्लाई कौन करता है। पुलिस के सूत्र बताते हैं कि गांजा पकड़ने के बाद प्रकरण की विवेचना और कागजी कार्रवाई इतनी कठिन है कि विवेचक उसी में उलझ कर रह जाता है। मुख्य सरगना की ओर ध्यान ही नहीं देता। जबकि लोगों का आरोप है कि पुलिस सरगना का पता तो लगा लेती है किंतु उसके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उससे सेटिंग कर लेती है। यही वजह है कि कई बार पकड़ाने के बाद भी आरोपी फिर से इस अवैध काम में लग जाता है।
मिली गुप्त जानकारी अनुसार एक प्रेस लिखी बाइक से इन दिनों बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ दुकानदारों को उपलब्ध कराया जाता है। लोग यह भी बताते हैं वह प्रेस लिखी बाइक वालों से भरगामा पुलिस का बड़ा गहरा संबंध है। इसीलिए नशीली पदार्थ का सप्लाई करने वाले वह प्रेस लिखी बाइक वालों को किसी तरह का कोई डर नहीं है।
इस संबंध में फारबिसगंज डीएसपी शुभांक मिश्रा ने कहा कि बहुत जल्द इन सभी चिन्हित जगहों पर छापेमारी की जाएगी। मादक पदार्थ तस्कर एवं नशेड़ियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।