बक्सर, बिहार के राहुल पांडेय लोकप्रिय रियालिटी शो सुर संग्राम के विजेता बने हैं। उन्हें पंद्रह लाख रुपये की राशि इनाम के रूप में दी गई है। तब से वह चर्चा में हैं।
विजेता बनने के बाद मीडिया से और अपने फेसबुक पेज पर लाइव आकर भी उन्होंने अपना उद्गार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि ” मेरा एक गाना वायरल हुआ सुर संग्राम – तोर बउरहवा रे माई। इस गाने का बहुत बड़ा योगदान है मुझे सुर संग्राम का विजेता बनाने में। इस गाने को लाखों लोगों ने प्यार दिया है। सुर-संग्राम के जज बने मनोज तिवारी सर, निरहुआ सर और कल्पना मैम समेत पूरी टीम का यह पसंदीदा गीत बन गया। यहां तक कि भरत शर्मा व्यास जी जैसी शख्सियत ने इसे पुनः सुनाने के लिए वीडियो संदेश भेजा। मनोज भावुक सर का लिखा यह गीत कालजयी है। ”
विदित है कि अपनी माँ का अंतिम संस्कार करके सुर संग्राम का ऑडिशन देने पहुँचे राहुल क्योंकि माँ का सपना था कि बेटा बड़ा सिंगर बने। राहुल का सेलेक्शन हुआ। उन्होंने मनोज भावुक का लिखा यह गीत जो कि फ़िल्म मेंहदी लगा के रखना-3 में नीलकमल सिंह की आवाज में रिकॉर्ड है और खेसारी लाल पर फिल्माया गया है, अपनी माँ को समर्पित किया। सुर संग्राम के मंच पर जब भी इस गीत को गया, पूरा सेट आँसुओं में डूब गया।
अब राहुल जहाँ भी जा रहे हैं, उनसे इस गीत की फरमाइश की जा रही है। यह उनका सिग्नेचर गीत बन गया है।
भावुक रचित ‘ तोर बउरहवा रे माई’ गीतकार अंजान के फिल्मी गीत ‘ माई रे माई तोर मनवा, गंगा के पनिया हो राम ‘ के बाद भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री का माँ पर सबसे भावुक, उत्कृष्ट और लोकप्रिय गीत बन गया है।
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