बिहार न्यूज़ लाइव नालंदा डेस्क: बिहारशरीफ। नालंदा जिले के करायपरसुराय का अंचल कार्यालय इन दिनों बिचौलियों का अड्डा बन गया है।बिचौलियों के बढ़ते प्रभाव से अधिकारी व आपरेटर कुछ सुनने को तैयार नहीं है, जिस कारण आमजन परेशान है।
वर्तमान समय में जाति प्रमाण पत्र,प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना, दाखिल खरीज, परिमाजन सहित अन्य सरकारी योजनाओं के लाभ हेतु अंचल कार्यालय या राजस्व कर्मचारी के पास दाखिल खारिज, रैयतीकरण, राजस्व रसीद सुधार की प्राप्ति सहित जमीन से जुड़े अन्य कार्यों के लिए ग्रामीण जाते है, तो कर्मचारी हो या अधिकारी सीधे मामले को बिचौलियों के हवाले कर देते है।
उसके बाद बिचौलिए पैसे के चक्कर में दौड़ाना शुरू कर देते है। आपरेटर जाति, निवास सहित अन्य प्रमाण पत्र को लेकर छात्रो को प्रमाण पत्र को लेकर दौड़ना शरू कर देता हैं।अधिकारी राजस्व रसीद हेतु ऑनलाइन रसीद कटवाने हेतु निर्देश देते है, लेकिन ऑनलाइन रसीद लेने पर अधिकांश लोगों के भूमि विवरण अधूरा रहने के कारण रसीद पर खाता, प्लॉट, एराजी अंकित नहीं हो पाता है। ऐसी परिस्थिति में किसान अंचल कार्यलय का चक्कर लगाना पड़ता हैं।
ग्रामीण किसान संजय कुमार, रमेश प्रसाद, रंजीत महतो ने कहा कि करायपरसुराय अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर ग्रामीण सड़क पर उतरने को मजबूर हो रहे है। प्रतिदिन अंचल कार्यलय में बिचौलियों से संबंधित सैकड़ों कारनामे सुनने एवं देखने को मिलते है।अंचलाधिकारी से उनके सरकारी मोबाइल नंबर पर सम्पर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन मोबाईल बन्द बताया गया है।
बिहारन्युज/प्रमोद कुमार पांडेय
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