* जगत्प्रसिद्ध ब्रह्मा का किया विशेष शृंगार
*गणगौर घाट पर की गई महाआरती
* अव्यवस्थाओं के बीच श्रद्धालुओं ने किया स्नान
बिहार न्यूज़ लाइव अजमेर डेस्क: पुष्कर/अजमेर (हरिप्रसाद शर्मा) तीर्थराज पुष्कर में सोमवती अमावस्या के स्नान हेतु पुष्कर में श्रद्धालुओं का एक दिन पहले ही रात्रि से आना शुरू कर दिया । श्रद्धालुओं का ब्रह्म मुहूर्त में स्नान हेतु जमावड़ा पुष्कर के मुख्य घाटों पर लगा लिया ।
सोमवार को सोमवती अमावस्या , श्रावण का दूसरा सोमवार व हरियाली अमावस्या होने के तीनों योग एक साथ होने से पुष्कर में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा । सरोवर के घाट श्रद्धालुओं से अटे हुए थे। थोड़ी सी जगह भी घाट पर देखने को नहीं थी। कई लोगों ने तीर्थ पुरोहित से विधिवत पूजा अर्चना कर स्नान किया । पितरों का तर्पण कर सुख शांति समृद्धि और विकास की कामना की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुष्कर सरोवर में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं रिकॉर्ड तोड़ थे। बताया जाता है कि यह त्रियोग संजोग होने के कारण अनुमान लगाया जा सकता है कि भीड़ हज़ारों से ऊपर थी , जो पुष्कर कार्तिक मेले के अलावा हाल ही में हुई शिव महापुराण कथा के आयोजन की भीड़ से भी ज़्यादा थी।
सरोवर में स्नान हेतु राजस्थान के दूर दराज़ शहरों, गाँवों के अलावा पुष्कर के आस पास के लोग भी थे । लाखों श्रद्धालुओं स्वार्थी के बावजूद श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं थी। बाज़ारों में श्रद्धालुओं का पूरा रैला देखा गया । सोमवार होने की वजह से कांवड़ियों की भीड़ ज़्यादा दिखी । नगर के प्रमुख मार्गों में जाम लग गया ।
सोमवार को एक घंटे से ज़्यादा मूसलाधार बारिश होती रही , रिमझिम बारिश का सिलसिला जारी रहा । पवित्र पुष्कर सरोवर में बारिश से एक से दो फुट पानी आया ।फिर भी दिन भर पवित्र पुष्कर सरोवर में स्नान करने वालों में कोई कमी नहीं देखी गई । श्रद्धालु स्नान के बाद जगत्प्रसिद्ध ब्रह्मा मंदिर के दर्शन भी किए । आज ब्रह्मा जी का विशेष शृंगार किया गया । ब्रह्मा मंदिर के पुजारी लक्ष्मीनिवास कृष्णगोपाल वशिष्ठ ने बताया कि भगवान ब्रह्मा को शिव के रूप में सजावट की गई । मनमोहन झांकी को देखने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा ।
प्रशासन को भी इतनी भीड़ का अनुमान नहीं था । श्रद्धालु परिक्रमा मार्ग में पानी भरने के कारण परिक्रमा का पुण्य प्राप्त नहीं कर सके। पालिका प्रशासन की ओर से से भी वारिश के पानी को निकालने के लिए माकूल व्यवस्था नहीं की गई ।
सावित्री मार्ग भी पानी से तर बतर था। यहाँ बारिश का पानी घरों में घुस गया । मार्ग में कारें खड़ी थी वह भी गहरे पा से नहीं निकल पाई। इस तरह के हालात नगर के प्रमुख मार्गों, छोटी बस्ती, वराह घाट चौक, पुराना मंदिर व हैलोज़ रोड आदि के थे।
*सोमवती अमावस्या पर हुई महाआरती *
सोमवार को सोमवती अमावस्या पर गणगौर घाट पर पवित्र पुष्कर सरोवर की पूजा अर्चना करते हुए महाआरती की गई । यह जानकारी देते हुए पंडित राहुल पाराशर गोताखोर ने बताया कि यह महाआरती शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए की गई । जिसमें नगर के कई गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया ।
सोमवती अमावस्या पर प्रतिवर्ष की भाँति पुष्कर की प्रसिद्ध पहाड़ी लक्ष्मी पोल का मेला भरा है । जिसमें बड़े ही उत्साह के साथ महिला पुरूषों को इस दुर्गम पहाड़ी पर जाते देखा गया । बारिश के बावजूद भी लोगों का उत्साह कम नहीं देखा गया ।
पुष्कर सरोवर में स्नान करने वाली भीड़ को भारी परेशानी देखी गई । कुल मिला कर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई माकूल व्यवस्था नहीं की गई । जगह जगह सड़कों पर पानी भर गया था वहीं गन्दी का साम्राज्य देखा गया ।
Comments are closed.