भागलपुर: अगवानी घाट सुल्तानगंज गंगा पुल का तीन पाया गंगा में समाया, 1711 करोड़ की लागत से बन रहा यह पुल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल।
भागलपुर, बिहार न्यूज़ लाईव। रविवार को अगुवानी सुल्तानगंज गंगा पुल एक बार फिर गिर गया है। खगड़िया की तरफ का निर्माणाधीन पुल के अचानक गिरने से अफरा-तफरी मच गयी। बताया जाता है कि भागलपुर के अगवानी घाट सुल्तानगंज गंगा पुल का तीन पाया गंगा में समा गया।
खगड़िया के अगवानी से सुल्तानगंज तक करीब 3 किलोमीटर से ज्यादा लंबी इस पुल को एसपी सिंगला कंपनी बना रही थी। उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले अगवानी पुल का तीन पाया ध्वस्त हो गया। 1711 करोड़ की लागत से बन रहा यह पुल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल था। अगवानी घाट पुल बनाने में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा था। यह पुल भ्रष्टाचार की कहानी चीख-चीख कर बयां कर रही हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल का स्ट्रक्चर गिरने के दौरान कई लोगों की जान बाल-बाल बच गई है।खगड़िया की तरफ से निर्माणाधीन अगुवानी सुल्तानगंज गंगा पुल फिर गिर गया है।
करीब आधा किलोमीटर तक बने पुल का 4 पाया अचानक टूटकर नदी में समा गया। एसपी सिंघला कंपनी इस पुल का निर्माण करा रहा था। 2014 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस ब्रिज का शिलान्यास किया था। जिसके बाद 2016 में अगुवानी सुल्तानगंज गंगा ब्रिज का निर्माण शुरू हुआ था। इससे पहले जब नितिन नवीन पथ निर्माण मंत्री थे तब यह पुल गिरा था।
परबत्ता विधायक डॉ. संजीव कुमार ने कहा कि मुझे पहले से अंदेशा था कि पुल ढंसेगा। कंस्ट्रक्शन कंपनी पर कार्रवाई होनी चाहिए।
इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। पहले भी विधानसभा में इस मामले को रखा था। सबसे पहले तो एफआईआर दर्ज हो। दोषियों लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। चार साल डिले पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। जिस वक्त पहली बार पुल टूटा था तब नीतिन नवीन तत्कालीन पथ निर्माण मंत्री थे। जांच रिपोर्ट आज तक नहीं आ पाई है। परबत्ता विधायक ने कहा कि इसमें साजिश की बू आ रही है।
Comments are closed.