बिहार न्यूज़ लाइव/ सिवान डेस्क: महाराजगंज/सीवान अनुमंडल मुख्यालय के रामेश्वर धाम मंदिर के वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह सह ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन श्री धाम वृंदावन से पधारीं श्री बाल ब्रह्मचारी महामंडलेश्वर श्री परशुराम दास त्यागी जी महाराज की शिष्या कथावाचिका देवी राधिका जी ने कहा कि भारत भूमि पर नारी देवी का स्वरूप है।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति को अभिमान नहीं करना चाहिए, लाखों आए व इस मिट्टी में समा गए, फिर किस बात का अभिमान। जीवन भर व्यक्ति दूसरों के लिए कामता है, लेकिन सिर्फ भजन व भगवान की भक्ति अपने लिए करता है। इस धरा पर मनुष्य के पास श्रीमद्भागवत के शिवाय कुछ नहीं है जो उसका कल्याण कर सके। सुखदेव जी महाराज ने देवताओं को अमृत के बदले श्रीमद्भागवत देना स्वीकार नहीं दिया। ब्रम्हांड के सभी ग्रंथो पर श्रीमद्भागवत भारी है। श्रीमद्भागवत में साक्षात श्रीकृष्ण विराजमान हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान की कथा सुनोगे तो भगवान का प्रभाव समझ मे आएगा। भगवान के भक्तों की कथा सुनने पर भगवान का स्वभाव समझ आएगा। कलियुग में धर्म श्रीमद्भागवत कथा में है। श्रीमद्भागवत की महिमा स्वर्ग में देवता भी करते हैं। श्रीमद्भागवत देवताओं को भी दुर्लभ है। स्वर्ग लोक में देवता कहते हैं कि धन्य है पृथ्वी लोक के लोग जिनके पास श्रीमद्भागवत है।
उन्होंने कहा कि भारत भूमि पर नारी देवी का रूप है। भारत की हर एक नारी देवी है। उन्होंने कहा कि जब आपके जीवन में संतों का आगमन हो जाए, तब समझ लेना चाहिए कि आपकी सारी समस्याओं का समाधान होने जा रहा है। क्योंकि संत परमार्थी होते हैं। प्रवचन के अंत में पंजाब के ओम दीपक आर्ट्स के कलाकारों ने झांकी प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।