BIHAR. NEWS LIVE DESK: भारतीय कुश्ती महासंघ और पहलवानों के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है. दिल्ली के जंतर-मंतर से ऐसी तस्वीर सामने आई, जिसको देखकर सभी चौंक गए. आपको बता दें कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बडे़ बड़े पहलवानों को पटखनी देने वाले करीब 30 रेसलर धरना देने के लिए जुटे हुए हैं. प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के आंखों में आंसू हैं , तो चेहरे पर नाराजगी. इन Reslers के पास ….. महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न, अभद्रता, क्षेत्रवाद जैसे गंभीर आरोपों की लंबी लिस्ट है. इन पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. प्रदर्शन करने वाले पहलवानों में ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, सरिता मोर और सुमित मलिक जैसे बड़े नाम शामिल हैं. जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कुछ कोच पर ….महिला रेसलर्स के यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए. साथ ही महासंघ के कामकाज पर भी सवाल उठाए. पहलवानों ने आरोप लगाया कि कुश्ती महासंघ नए नए नियम बनाकर खिलाड़ियों का उत्पीड़न करता है. हालांकि विवाद बढ़ता देख खेल मंत्रालय ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कुश्ती महासंघ से 72 घंटे के भीतर आरोपों पर जवाब दाखिल करने के लिए कहा है.
मंत्रालय का कहना है कि यह मामला एथलीटों की भलाई से जुड़ा है, ऐसे में मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लिया है. इतना ही नहीं मंत्रालय ने 18 जनवरी से लखनऊ में होने वाले वूमन नेशनल रेसलिंग कैंप को भी रद्द कर दिया है. इसमें 41 रेसलर्स, 13 कोच और सपोर्ट स्टाफ को भी शामिल होना था. उधर, दिल्ली महिला आयोग ने भी इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है. दूसरी तरफ बृजभूषण शरण का कहना है कि पहलवानों के आरोप सही हुए तो वे फांसी पर लटकने के लिए तैयार हैं. वहीं इसी मामले पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार और बीजेपी को निशाने पर लिया है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि बेटियों पर अत्याचार करने वाले बीजेपी नेताओं की लिस्ट अंतहीन है. जयराम रमेश ने कहा कि “कुलदीप सेंगर, चिन्मयानंद, विनोद आर्य-पुलकित आर्य…. और अब यह नया मामला! उन्होंने कहा कि क्या ‘बेटी बचाओ’ बेटियों को बीजेपी नेताओं से बचाने की चेतावनी थी! प्रधानमंत्री जी, इस पर जवाब दीजिए।”
इसके साथ ही कांग्रेस महासचिव ने पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी, बेटियों पर अत्याचार करने वाले सारे भाजपाई ही क्यों होते हैं? उन्होंने कहा कि आपने कहा था कि देश में खेलों के लिए बेहतर माहौल बना है. कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि क्या यही है ‘बेहतर माहौल’ जिसमें देश का नाम रोशन करने वाली बेटियां भी सुरक्षित नहीं हैं?” इस तरह भारतीय कुश्ती महासंघ और पहलवानों के बीच का विवाद राजनीतिक रंग ले चुका है. अब देखना यह है कि मामले में कौन सा सच निकल कर सामने आता है.
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