भागलपुर: सैंडिस कंपाउंड मे जनता की समस्याओं को लेकर युवा एकता सामाजिक संगठन ने निगम प्रशासन एवं स्मार्ट सिटी प्रबंधन के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन।
भागलपुर, बिहार न्यूज लाईव। रविवार को सैंडिस कंपाउंड मे स्मार्ट सिटी के विकास योजनाओं के अंतर्गत हो रहे कार्यों पर युवा एकता सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता ने निगम प्रशासन एवं स्मार्ट सिटी प्रबंधन के कार्यों पर चिंता व्यक्त करते हुए संगठन अध्यक्ष ओम प्रकाश उपाध्याय के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया।
विरोध प्रदर्शन में संगठन के पदाधिकारी,प्रबुद्ध नागरिक,सभी प्रकोष्ठ, युवा एवं बड़ी संख्या में आमजन ने भागीदारी दी। 4:00 बजे से ही प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शरीक होने के लिए आने लगे। काटे गए पेड़ों की जगह पर अभिलंब पेड़ लगाने पानी की समस्या को दूर करने,बंद पड़े प्याऊ को चालू करने को लेकर निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। जनता की विभिन्न मांगों को रखते हुए संगठन के अध्यक्ष ओम प्रकाश उपाध्याय ने कहा- स्मार्ट सिटी के नाम पर विकास की आड़ में सैंडिस कंपाउंड का पर्यावरण असंतुलित हो रहा है।
अब तक अनगिनत पेड़ काटे जा चुके हैं। अगर इसी तरह पेड़ों को काटते रहे तो एक समय सैंडिस कंपाउंड की हरियाली समाप्त हो जाएगी। आर्थिक लाभ के लिए पेड़ों की कुर्बानी ली जा रही है। सैंडिस कंपाउंड में सारे पेड़ खत्म हो जाएंगे तो क्या होगा? ग्लोबल वार्मिंग की समस्या होगी,पर्यावरण का संतुलन बिगड़ेगा,पृथ्वी का तापमान बढ़ेगा। अगर ऐसा होता रहा तो भविष्य में हमलोगों ऑक्सीजन के लिए तरसेंगे। पेड़ लगाना प्रकृति का संरक्षण व संवर्धन है।
स्मार्ट सिटी के नाम पर सैंडिस मे काटे गए पेड़ों की जगह अभिलंब पेड लगाया जाए। पीने की पानी का घोर समस्या है। कैफिटेरिया के पास फब्बारे लगाकर पानी शो के लिए बहाए जा रहे हैं। पर 5 लाख की लागत से बरसों से बंद पड़े प्याऊ को चालू नहीं किया गया। भीषण गर्मी में लोग पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। प्रतिदिन मॉर्निंग- इवनिंग वॉक एवं खेलने के लिए आ रहे लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। निगम अधिकारी के उदासीन रवैया के कारण सरकारी पानी टंकी रूम पर योग कर्मियों का कब्जा है। संगठन जानना चाहता है कि किड्स प्ले एरिया में प्रवेश के लिए टिकट के अलावा मिक्की माउस पर ₹30 तथा जंपिंग ट्वाय पर ₹15 अतिरिक्त शुल्क क्यो? निगम प्रशासन चुप एवं अनजान क्यों? क्या ये विकास के आड मे जनता का दोहन नहीं तो क्या? आखिर किस नियम के तहत ऐसा किया जा रहा है।
संगठन ने कहा- जिला प्रशासन से लेकर निगम प्रशासन एवं स्मार्ट सिटी की ओर से कई बार लोग आए,लेकिन किसी ने बंद पड़े प्याऊ मिक्की माउस- जंपिंग टॉय पर लग रहे अतिरिक्त शुल्क,पेड़ लगाने की दिशा में पहल आदि पर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा। संगठन ने कहा- निगम प्रशासन एवं स्मार्ट सिटी प्रबंधन अगर पंद्रह दिनों के अंदर निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान नहीं दी और इसका निराकरण नहीं हुआ तो समस्याओं को लेकर संगठन के लोग सड़कों पर उतरेंगे।
कार्यक्रम में महामंत्री मंटू यादव, नमन पांडे, विकास कुमार मृत्युंजय कुमार, कौशल किशोर राय किशोरी जी,डॉ0 आरिफ आजाद,डॉ विश्वजीत कुमार, सिकंदर चौधरी,दिलीप कुमार आदि मौजूद थे।
*प्रमुख मांगे:*
*पीने की पानी की समस्या दूर की जाए*
*बंद पड़े प्याऊ को यथाशीघ्र चालू की जाए*
*स्मार्ट सिटी के नाम पर काटे गए पेड़ों की जगह अभिलंब पेड़ लगाया जाए*
*मिक्की माउस एवं जंपिंग ट्वाय पर लगने वाले शुल्क पर अभिलंब रोक लगाई जाए*
*पार्क में जगह-जगह कूड़ेदान की व्यवस्था हो*
*ग्रीन पार्क एवं व्यायाम स्थल के पास पानी टंकी रूम पर योग कर्मियों की कब्जा से मुक्त कराए जाए*
*आरोप:*
*निगम प्रशासन उसी क्षेत्र का विकास मे रुचि जाहिर करती है जहां से आर्थिक लाभ हो*
*आर्थिक लाभ के लिए पेड़ों की कुर्बानियां ली गयी*
*बिजली जैसी तेज गति से कंक्रीट एवं संगमरमर सहारे स्मार्ट सिटी के नाम पर सैंडिस में भवनों को तैयार किया गया- क्या उसी गति से कांटे के पेडो के जगह पर नये पेड़ लगाए गए?*
*सैंडिस की हरियाली समाप्त हो रही है*
*पर्यावरण असंतुलित हो रहा है*
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